अंबरनाथ : कल्याण रेलवे स्टेशन (Kalyan Railway Station) से तकरीबन 12 किलोमीटर के अंदर और अंबरनाथ पंचायत समिति (Ambernath Panchayat Samiti) के कार्यक्षेत्र में आने वाले हाजी मलंग (Haji Malang) की दरगाह (Dargah) (पहाड़ी) पर पहले कभी नल के माध्यम से जलापूर्ति योजना (Water Supply Plan) नहीं रही। क्षेत्रीय सांसद (Regional MP) डॉ. श्रीकांत शिंदे (Dr. Shrikant Shinde) के प्रयासों से अब मलंगगड को जल्द ही अपनी स्वतंत्र जलापूर्ति योजना मिलेगी। योजना को कार्यन्वित करने के लिए लगभग साढ़े 12 करोड़ रुपए का प्रस्ताव है। जिसमें पानी उठाव यंत्रणा, जलकुंभ, वितरण व्यवस्था, पाइपलाइन, डैम और एमआईडीसी का पानी आदि पर खर्च नियोजित है।
समतल से करीब 4 से साढ़े 4 किलोमीटर की ऊंचाई पर यानी पहाड़ पर नल के द्वारा जलापूर्ति करने का कल्याण संसदीय क्षेत्र में यह पहला अवसर होगा। साथ उक्त योजना का लाभ आसपास के गांवों को भी मिलेगा। कल्याण लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे द्वारा निर्मित महत्वपूर्ण चरणों में से यह एक योजना भी थी। कल्याण लोकसभा निर्वाचन क्षेत्र की संरचना ग्रामीण और शहरी है। इसमें ठाणे महानगरपालिका क्षेत्र के दिवा, मुंब्रा, कलवा परिसर कल्याण, डोंबिवली, उल्हासनगर शहर के साथ कल्याण और अंबरनाथ तालुका के ग्रामीण इलाकों का एक बड़ा हिस्सा भी इस निर्वाचन क्षेत्र के अंतर्गत आता है।
कल्याण लोकसभा क्षेत्र के सांसद डॉ. श्रीकांत शिंदे शहरी क्षेत्रों में बुनियादी ढांचे के निर्माण के अलावा ग्रामीण सुधारों के भी इच्छुक है। उसी के एक हिस्से के रूप में जो बुनियादी ढांचा पहले कभी नहीं बनाया गया था वह अब ग्रामीण क्षेत्रों में उपलब्ध कराया जा रहा है। इनका निर्माण श्रीकांत शिंदे के प्रयासों से हो रहा है। पिछले कुछ वर्षों में, सांसद डॉ. शिंदे ने कल्याण और अंबरनाथ तालुकों में अधिक से अधिक सड़कें बनाने की कोशिश की है। तब से इन गांवों में मौजूदा जलापूर्ति योजनाओं को स्थापित करने के प्रयास किए जा रहे है।
ठाणे जिले के एक पर्यटन और धार्मिक स्थल के रूप में पहचाने जाने वाले हाजी मलंग में पहले पानी की कोई सुविधा नहीं थी। सांसद डॉ. शिंदे ने जिला परिषद के मुख्य कार्यकारी अधिकारी को मलंगगड में एक स्वतंत्र जलापूर्ति योजना स्थापित करने का प्रस्ताव दिया था। चार माह पूर्व हुई बैठक में सांसद डॉ. शिंदे ने इस पर फिर से चर्चा की। इस अवधारणा को जल्द ही अंतिम रूप दिया जाएगा और इसके लिए साढ़े बारह करोड़ रुपए का फंड मंजूर किया गया है। इस योजना के तहत मलंग गड में एक स्वतंत्र जलापूर्ति योजना स्थापित की जाएगी। जिससे मलंगगड के साथ साथ आसपास के ग्रामीण क्षेत्रों की पानी समस्या का भी समाधान होगा।
बुधवार को समीक्षा बैठक में जिला परिषद अध्यक्ष पुष्पा पाटिल, जिला परिषद सदस्य रमेश पाटिल, कल्याण पंचायत समिति के उप सभापति भरत भोईर, नेवाली खरड के पूर्व सरपंच चैनु जाधव, ग्राम पंचायत सरपंच कविता भगत, अतिरिक्त मुख्य कार्यकारी अधिकारी डॉ. रुपाली सातपुते, मुख्य लेखा और वित्तधिकारी सुभाष भोर, उप मुख्यकार्यकारी अधिकारी (सा.प्र.वि) अविनाश फडतरे, उप मुख्य कार्यकारी अधिकारी (ग्रामपंचायत) चंद्रकांत पवार आदि विविध अधिकारी कर्मचारी उपस्थित थे।