नवी मुंबई महानगरपालिका (pic credit; social media)
Navi Mumbai Air Pollution Control: नवी मुंबई में बढ़ते वायु प्रदूषण से राहत देने के लिए नवी मुंबई महानगरपालिका एक्शन मोड में आ गई है। मानसून के कम होते ही शहर में हवा की गुणवत्ता तेजी से बिगड़ने लगी थी। इसी को देखते हुए मनपा ने राष्ट्रीय स्वच्छ वायु कार्यक्रम के तहत एक बार फिर प्रदूषित इलाकों में पानी का छिड़काव शुरू कर दिया है।
यह कदम उन इलाकों में उठाया गया है जहां निर्माण कार्य और पुनर्विकास परियोजनाओं की वजह से धूलकणों की मात्रा बढ़ गई है। कार्यकारी अभियंता राजेश पवार ने बताया कि बेलापुर से लेकर तुर्भे तक पानी छिड़कने वाली मशीनें तैनात कर दी गई हैं। उन्होंने कहा कि “नागरिक यदि किसी क्षेत्र में प्रदूषण या धूल उड़ते देखें, तो तुरंत मनपा को सूचना दें। सूचना मिलते ही वहां पर स्प्रेइंग मशीन भेजी जाएगी।”
शहर के कई हिस्सों जैसे कोपरखैरने, घनसोली, नेरुल और तुर्भे में हाल के दिनों में सांस लेने में तकलीफ की शिकायतें बढ़ गई हैं। एमआईडीसी क्षेत्र से निकलने वाले धुएं और गंध के कारण रात के समय प्रदूषण और बढ़ जाता है। ठंड के मौसम में तो यह परेशानी और गंभीर रूप ले लेती है।
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नवी मुंबई मनपा ने प्रदूषण को रोकने के लिए सड़क किनारे जमा धूल को हटाने, निर्माण स्थलों पर पानी छिड़कने और खुले में मलबा फेंकने वालों पर कार्रवाई तेज कर दी है। मनपा अधिकारियों का कहना है कि उनका मकसद सिर्फ आंकड़ों में सुधार नहीं बल्कि नागरिकों को “सांस लेने लायक हवा” देना है।
शहर के कई हिस्सों में बड़े पैमाने पर पुनर्विकास और मेट्रो प्रोजेक्ट का काम चल रहा है। इसके चलते हवा में धूल की मात्रा लगातार बढ़ रही है। हालात यह हैं कि कुछ इलाकों में सुबह-सुबह धुंध के साथ धूलकणों की परत भी दिखने लगी है।
गौरतलब है कि नवी मुंबई ने कुछ साल पहले ‘स्वच्छता सर्वेक्षण’ में देशभर में तीसरा स्थान हासिल किया था। अब मनपा की कोशिश है कि स्वच्छता और हवा की गुणवत्ता दोनों में शहर का वही गौरव फिर लौटाया जाए। अधिकारियों का कहना है कि नागरिकों की सहभागिता से ही शहर को प्रदूषण मुक्त बनाया जा सकता है।
मनपा की यह पहल न सिर्फ प्रदूषण के स्तर को कम करेगी बल्कि आने वाले सर्दी के मौसम में बढ़ते धुएं और धूल की समस्या से भी बड़ी राहत देगी।