
मीरा भाईंदर मनपा (सौ. सोशल मीडिया )
Maharashtra Local Body Election: मीरा भाईंदर महानगरपालिका चुनाव से पहले हुए सीट आरक्षण ड्रॉ ने शहर के राजनीतिक समीकरण को बदल दिया है।
महिला आरक्षण लागू होने के बाद कई पूर्व पार्षदों की सीटें बदल गई हैं, जबकि 3 पूर्व महिला महापौरों की सीटें सुरक्षित रहने से उनके खेमे में जश्न का माहौल है।
मीरा भाईंदर मनपा की कुल 24 प्रभाग पैनलों में 95 सीटें हैं, 23 पैनल चार सदस्यीय और 1 पैनल तीन सदस्यीय है। राज्य सरकार के निर्देशानुसार, 50% महिला आरक्षण लागू किया गया है। इसके अनुसार 48 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित, 13 ओबीसी महिला, 2 अनुसूचित जनजाति (एसटी) महिला, 33 सामान्य महिला, 12 सीटें सामान्य ओबीसी के लिए, 2 सीटें अनुसूचित जाति (एससी) 1 सीट अनुसूचित जनजाति (एसटी) के लिए आरक्षित हुई है।
आरक्षण ड्रॉ में ज्योत्सना हसनाले (पूर्व महापौर) प्रभाग 14 की अनुसूचित जाति महिला सीट पूर्ववत है। निर्मला सावले (पूर्व महापौर) प्रभाग 13 की अनुसूचित जाति सीट दोबारा आरक्षित होकर सुरक्षित।
डिंपल मेहता (पूर्व महापौर) प्रभाग 12 में महिला आरक्षित सीट बरकरार रहने से उनको बड़ी राहत। रोहिदास पाटील (भाजपा वृष्टि नेता) प्रभाग 2 की ओबीसी सीट फिर उनके लिए अनुकूल रही। श्रीप्रकाश सिंह ‘मुन्ना’ और राकेश शाह- प्रभाग 5 की दोनों सामान्य सीटें वैसी ही रहने से दोनों सुरक्षित।
महिला आरक्षण ने कई दिग्गज पूर्व पार्षदों को असमंजस में डाल दिया है। जिनमें सचिन म्हात्रे (भाजपा) और मीरादेवी गादव प्रभाग 14 में सिर्फ एक सामान्य सीट बची, दोनों में से किसी एक को सीट छोड़नी पड़ेगी। अनंत शिर्के (शिवसेना-शिंदे गट) की सीट इस बार महिला के लिए आरक्षित हो गई, अब नया वार्ड खोजना होगा। हसमुख गहलोत (उपमहापौर) और अरविंद शेट्टी प्रभाग 12 में केवल एक सामान्य सौट रहने से एक को अन्य सुरक्षित वार्ड की तलाश रहेगी। चंद्रकांत वैती (पूर्व उपमहापौर) और संजय धेराडे, प्रभाग 13 के आरक्षण बदलने से दोनों में से एक को सीट छोड़नी पड़ेगी।
नागरिकों के लिए राहत की बात यह है कि अगर किसी को इस आरक्षण डॉ पर आपत्ति है, तो ये 17 से 24 नवंबर के बीच मीरा-भाईंदर मनपा चुनाव कार्यालय में अपनी आपत्तियां दर्ज करा सकते हैं।
दूसरी ओर, गोपाल शेट्टी, अरविंद शेट्टी, अनंत शिर्के, संजय थेराडे, रूपाली शिंदे और सचिन म्हात्रे जैसे वरिष्ठ पार्षदों को अब अपनी नई पैनल रणनीति तैयार करनी होगी। विशेष रूप से प्रभाग 19 की एक सामान्य सीट को ओबीसी में बदल दिए जाने से कांग्रेस खेमे में हलचल मच गई है।
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इस आरक्षण फेरबदल में राहत पाने वालों में कई बड़े नाम शामिल हैं। जिनमें पूर्व महापौर डिंपल मेहता, ज्योत्सना हसनाले, – केटलिन परेरा, उपमहापौर हसमुख गहलोत, पूर्व सभागृह नेता रोहिदास पाटील, पूर्व स्थायी समिति अध्यक्ष रवि – व्यास और विपक्ष नेता जुबैर इनामदार की सीटें बरकरार रह गई हैं।






