
गणेश नाईक (pic credit; social media)
Maharashtra Nikaay Chunaav: मीरा-भाईंदर की राजनीति से करीब एक दशक से अधिक समय तक दूर रहे मंत्री गणेश नाईक एक बार फिर शहर में जनता दरबार के जरिए वापसी करने जा रहे हैं।
आगामी मनपा चुनावों से पहले भाजपा ने संगठन को मजबूत करने और नागरिकों से सीधा संपर्क बढ़ाने की विशेष रणनीति बनाई है। इसी के तहत नाईक 15 नवंबर को मनपा के अप्पासाहेब धर्माधिकारी हॉल में दोपहर 1 से शाम 4 बजे तक जनता दरबार लगाएंगे।
इस दरबार में नागरिक अपनी समस्याएं सीधे मंत्री के सामने रख सकेंगे, जिनका शीघ्र समाधान करने के लिए विभागीय अधिकारी भी मौजूद रहेंगे। भाजपा विधायक नरेंद्र मेहता ने शहरवासियों से बड़ी संख्या में उपस्थित होकर अपनी समस्याएं रखने की अपील की है, मीरा-भाईंदर में भाजपा और शिवसेना (शिंदे गुट) के बीच पिछले कुछ महीनों से मतभेद बड़े हैं।
खासकर, मंत्री प्रताप सरनाईक के बढ़ते प्रभाव और असंतुष्ट भाजपा नेताओं के उनके पाले में जाने से संगठन में बेचैनी है। राजनीतिक सूत्रों के मुताबिक भाजपा ने अब गणेश नाईक को मैदान में उतारकर सरनाईक के प्रभाव को संतुलित करने की योजना बनाई है।
राष्ट्रवादी कांग्रेस में रहते हुए गणेश नाईक का ठाणे और मीरा-भाईंदर में गहरा प्रभाव रहा है। ठाणे जिता – के पालक मंत्री और बेटे संजीव नाईक के सांसद रहते समय उन्होंने एक मजबूत समर्थक वर्ग तैयार किया था।
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मोदी लहर के बाद भले ही उनका संपर्क कुछ कम हुआ, लेकिन आज भी उनके पुराने समर्थक सक्रिय है। इतना ही नहीं तो 2014 के मोदी लहर के बाद 2017 में मीरा -भाईंदर मनपा चुनाव से पूर्व राष्ट्रवादी कांग्रेस के करीब 22 नगरसेवकों ने भाजपा का दामन थाम लिया था, जिससे उस मनपा चुनाव में राष्ट्रवादी कांग्रेस का खाता भी नहीं खुला था और भाजपा ने बंपर 61 सीटों पर अपनी जीत दर्ज की थी।






