भारी बारिश से बीमारियों का बढ़ा खतरा (pic credit; social media)
Bhiwandi Municipal Corporation News: भिवंडी में लगातार हो रही भारी बारिश ने लोगों की चिंता बढ़ा दी है। तीन माह से रुक-रुक कर जारी मूसलाधार बारिश के चलते शहर और आसपास के क्षेत्रों में जलभराव, नालियों के जाम होने और पीने के पानी की आपूर्ति दूषित होने का खतरा बढ़ गया है। इस कारण संक्रामक और जल जनित बीमारियों का प्रसार तेज़ी से होने की आशंका जताई जा रही है। इस स्थिति को देखते हुए भिवंडी मनपा प्रशासन ने नागरिकों से सावधानी बरतने और स्वास्थ्य नियमों का पालन करने की अपील की है।
भिवंडी मनपा जलापूर्ति विभाग के कार्यकारी अभियंता संदीप पटनावर ने नागरिकों को निर्देश दिया है कि पीने के पानी को हमेशा उबालकर और छानकर ही पिएं। घरों में रखी टंकियों और बर्तनों को साफ-सुथरा रखें और उन्हें ढककर रखें। उन्होंने कहा कि यदि कहीं भी पाइपलाइन फटी या रिसाव करती हुई दिखाई दे तो तुरंत विभाग को सूचित करें ताकि उसे दुरुस्त किया जा सके। साथ ही यह भी सुनिश्चित करने के लिए कहा गया है कि पानी की पाइपलाइन सीवर से होकर न गुजरे।
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द्रोण अस्पताल के चिकित्सक डॉ. सुजीत के अनुसार, इस मौसम में डेंगू, मलेरिया, चिकनगुनिया, टाइफाइड, हैजा, डायरिया, हेपेटाइटिस, फ्लू और लेप्टोस्पायरोसिस जैसी बीमारियों का खतरा ज्यादा रहता है। फंगल इंफेक्शन और त्वचा संबंधी एलर्जी भी आम हो जाती हैं। डॉक्टर ने चेतावनी दी कि बारिश का पानी जहां-जहां जमा होता है, वहां मच्छरों का प्रकोप बढ़ जाता है, जिससे डेंगू और मलेरिया फैलते हैं।
मनपा प्रशासन ने नागरिकों को मच्छरदानी का उपयोग करने, मच्छर भगाने वाली क्रीम लगाने और आसपास का वातावरण स्वच्छ रखने की सलाह दी है। साथ ही बाहर का दूषित खाना खाने से बचने, हाथों को बार-बार धोने और पौष्टिक भोजन करने पर जोर दिया गया है ताकि रोग प्रतिरोधक क्षमता मजबूत हो।
स्वास्थ्य विभाग का कहना है कि यदि किसी व्यक्ति में बुखार, उल्टी, दस्त, त्वचा पर खुजली या अन्य कोई मौसमी बीमारी के लक्षण दिखाई दें तो तुरंत नजदीकी डॉक्टर से संपर्क करें। नागरिकों की सतर्कता और प्रशासनिक उपायों से ही जल जनित बीमारियों पर काबू पाया जा सकता है।