बदलापुर का स्कूल बंद (कंसेप्ट फोटो, सोशल मीडिया)
ठाणे: इसी महीने की 6 फरवरी के दिन बदलापुर के एक स्कूल में 14 साल की लड़की से उसी स्कूल के एक टीचर द्वारा छेड़छाड़ की चौंकाने वाली घटना सामने आयी थी। बाल अधिकार संरक्षण आयोग के सदस्यों ने इस मामले में और जांच की तो चौंकाने वाली जानकारी सामने आई कि स्कूल ही अनाधिकृत है।
अब इस स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की गई है और स्कूल में दूसरी से 10 वीं तक की कक्षाओं पर ताला लगा दिया गया है। यहां के छात्रों को उनके माता-पिता की सहमति से शहर के एक अन्य मान्यता प्राप्त स्कूल में प्रवेश दिलाया गया है। इससे अभिभावकों को बड़ी राहत मिली है।
बदलापुर पश्चिम के एक निजी स्कूल में गुरुवार के दिन 14 साल की लड़की से शिक्षक द्वारा छेड़छाड़ की घटना सामने आयी थी। जब लड़की ने इस संबंध में अपने माता-पिता से शिकायत की तो माता-पिता पुलिस स्टेशन पहुंचे और संबंधित शिक्षक को गिरफ्तार कर लिया गया। जिस पर पुलिस ने POCSO और अत्याचार के तहत मामला दर्ज किया।
राज्य बाल अधिकार संरक्षण आयोग ने उक्त घटना को गंभीरता से लिया और आयोग की सदस्य नीलिमा चव्हाण ने जानकारी लेने के लिए बदलापुर पश्चिम पुलिस स्टेशन और संबंधित स्कूल का दौरा किया। स्कूल में हुए निरीक्षण में चौंकाने वाला तथ्य सामने आया है कि स्कूल की कक्षाएं अनाधिकृत रूप से चल रही हैं। इस स्कूल को केवल कक्षा पहली तक की अनुमति थी। हालांकि, यह पता चला है कि स्कूल 10 वीं कक्षा तक की कक्षाएं शुरू है।
विद्यालय में नर्सरी से 10वीं कक्षा तक 169 विद्यार्थी अध्ययनरत थे। चूंकि स्कूल स्वयं अनाधिकृत था। इसलिए अन्य छात्रों और अभिभावकों को बड़ी समस्या का सामना करना पड़ा। इस स्कूल में पढ़ने वाले बच्चों को पढ़ाई का कोई नुकसान न हो इसके लिए जिला महिला बाल विकास विभाग, पुलिस प्रशासन, शिक्षा विभाग ने हाल ही में स्कूल में छात्रों के अभिभावकों के साथ बैठक की। बैठक के बाद दूसरी से 10वीं तक के सभी विद्यार्थियों को शहर के दूसरे मान्यता प्राप्त स्कूल में दाखिला दिलाया गया है।
महाराष्ट्र से जुड़ी अन्य खबरें पढ़ने के लिए यहां क्लिक करें…
पीड़ित छात्रा पर शिक्षक की पिछले काफी दिनों से नजर थी। बताया गया है कि शिक्षक ने स्कूल के वार्षिकोत्सव समारोह के अभ्यास के दौरान भी छात्रा से बेहद अश्लील हरकत कर गुरु शिष्य परंपरा को कलंकित करने का साहस किया। गुरुवार को भी उस शिक्षक ने छात्रा को गलत तरीके से छूकर उसके साथ छेड़छाड़ की। जब शिक्षक सारी सीमाएं पार करने लगा तब पीड़ित बच्ची ने अपने अभिभावकों को सच्चाई बताई। तब जाकर शिक्षक के खिलाफ कार्रवाई करने का निर्णय लिया गया।
ठाणे की जिला बाल संरक्षण अधिकारी पल्लवी जाधव ने कहा शुरुआती रिपोर्ट से पता चला कि स्कूल को केवल कक्षा पहली तक की ही मान्यता प्राप्त है। जानकारी के अनुसार दूसरी से 10वीं कक्षा तक के छात्रों को मान्यता प्राप्त स्कूलों में प्रवेश दिया गया है ताकि विद्यार्थियों का कोई शैक्षणिक नुकसान न हो और उनकी पढ़ाई सुचारू रूप से चलती रहे। संबंधित अनाधिकृत स्कूल के खिलाफ कार्रवाई की गयी है।