ठाणे गणेश विसर्जन हादसा (pic credit; social media)
Thane Ganesh immersion Accident: अनंत चतुर्दशी पर गणपति विसर्जन के दौरान ठाणे जिले के शाहपुर तालुका में बड़ा हादसा हो गया। आसनगांव के पास मुंडेवाड़ी में भारंगी नदी पर गणेश घाट में विसर्जन के समय 5 युवक नदी में गिर गए। इनमें से 2 को सुरक्षित निकाल लिया गया, जबकि 2 की मौत हो गई और एक की तलाश अब भी जारी है। इस घटना से इलाके में शोक और डर का माहौल है।
जानकारी के अनुसार शनिवार की शाम शिवतेज मित्र मंडल सार्वजनिक गणेशोत्सव मंडल प्रतिमा विसर्जन की तैयारी कर रहा था। गणेश की आरती के दौरान मंडल का कार्यकर्ता दत्ता लोटे नदी में नहाने के लिए उतर गया। लेकिन गहराई और तेज बहाव का अंदाजा न लग पाने के कारण वह डूबने लगा। उसे बचाने के लिए प्रतीक मुंडे, रामनाथ धारे, भगवान वाघ और कुलदीप जाखेरे नदी में कूद पड़े।
देखते ही देखते सभी नदी के तेज बहाव में फंस गए। स्थानीय लोगों ने तुरंत प्रयास कर रामनाथ धारे और भगवान वाघ को बाहर निकाल लिया और उन्हें निजी अस्पताल में भर्ती कराया गया। लेकिन तीन युवक लापता हो गए।
जैसे ही घटना की जानकारी मिली, लाइफगार्ड टीम और पुलिस ने मौके पर पहुंचकर रेस्क्यू ऑपरेशन शुरू किया। रात में ही प्रतीक मुंडे का शव बरामद कर लिया गया। रविवार सुबह दत्ता लोटे का शव भी नदी से निकाला गया। खबर लिखे जाने तक कुलदीप जाखेरे की तलाश लगातार जारी थी।
बारिश के कारण नदी में पानी का बहाव काफी तेज है, जिसकी वजह से तलाशी अभियान में कठिनाइयां आ रही हैं। हालांकि बचाव दल ड्रोन और नाव की मदद से हर संभव कोशिश कर रहा है। पुलिस और प्रशासन का कहना है कि जब तक कुलदीप का पता नहीं चलता, खोज अभियान जारी रहेगा।
स्थानीय लोगों के अनुसार नदी का जलस्तर पिछले दो दिनों से लगातार बढ़ा हुआ था। इसके बावजूद विसर्जन के दौरान कई युवक लापरवाही बरतते हुए नदी में उतर गए। इस हादसे ने पूरे क्षेत्र को हिला दिया है और प्रशासन ने लोगों से अपील की है कि वे सावधानी बरतें और सुरक्षा नियमों का पालन करें।
गणेश विसर्जन जैसे धार्मिक उत्सव के बीच हुई इस त्रासदी ने श्रद्धालुओं की खुशी को मातम में बदल दिया। अब सभी की नजरें इस बात पर टिकी हैं कि लापता युवक को कब तक खोजा जाता है।