(फाइल फोटो)
नासिक : नासिक पश्चिम विधानसभा सीट से शिवसेना ठाकरे गुट (UBT)के संभावित उम्मीदवार सुधाकर बडगुजर पर उम्मीदवारी की घोषणा से पहले महाराष्ट्र संगठित अपराध रोकथाम अधिनियम (मकोका) के तहत मामला दर्ज होने से राजनीतिक हलकों में चर्चा तेज हो गई है। बडगुजर के पुत्र दीपक पर मकोका के तहत कार्रवाई हो रही है। साथ ही संगठित अपराध का आरोप लगाते हुए उनके खिलाफ मामला दर्ज किया गया है।
नासिक के सिडको परिसर में 3 साल पहले हुई गोलीबारी के मामले में सुधाकर बडगुजर पर मकोका लगाया गया है। आरपीआई पदाधिकारी प्रशांत जाधव पर हुई गोलीबारी के सिलसिले में 15 फरवरी 2022 को अंबड पुलिस में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले की जांच के दौरान दीपक बडगुजर के बयान के आधार पर गोलीबारी के आरोप में मामला दर्ज किया गया था। इस मामले में 6 लोगों को गिरफ्तार किया गया, जबकि दीपक बडगुजर को अग्रिम जमानत दे दी गई।
प्रशांत जाधव हत्या मामले के बाद भाजपा के पूर्व नगरसेवक मुकेश शहाणे ने आरोप लगाया था कि उन्हें जान से मारने की धमकी दी गई थी। दो दिन पहले, उन्हें विजय गायकवाड के नाम से धमकी भरा फोन आया था। इस मामले में संदिग्ध के खिलाफ अंबड पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया है। शिवसेना ठाकरे गुट के नासिक जिला प्रमुख सुधाकर बडगुजर के खिलाफ यह धमकी देने का आरोप मुकेश शहाणे ने लगाया था। इसके बाद, सुधाकर बडगुजर और उनके पुत्र सहित 6 लोगों के खिलाफ मकोका के तहत मामला दर्ज किया गया है।
यह घटनाक्रम विधानसभा चुनावों की पृष्ठभूमि में हुआ है, जिससे नासिक में राजनीतिक वातावरण गर्माया हुआ है। हालांकि मुकेश शहाणे के आरोपों को सुधाकर बडगुजर ने खारिज किया है। उन्होंने इन आरोपों को आधारहीन बताया है। उन्होंने कहा कि पुलिस आरोपों की जांच करेगी और यह पता लगाएगी कि धमकी देने वाले व्यक्ति को किसने उकसाया। बडगुजर का मानना है कि पुलिस पर दबाव बनाने के लिए ये आरोप लगाए गए हैं।