दर्शन के बाद पत्नी का कत्लेआम। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
सोलापुर: महाराष्ट्र के सोलापुर जिले में शुक्रवार को एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने न केवल पुलिस तंत्र को, बल्कि आम नागरिकों को भी झकझोर कर रख दिया है। यहां एक पति ने पहले अपनी पत्नी के साथ मंदिर में दर्शन किए, फिर लौटते समय सुनसान घाट में ले जाकर चाकू से उसकी नृशंस हत्या कर दी। हत्या के बाद आरोपी ने खुद पुलिस थाने पहुंचकर अपना गुनाह कबूल किया।
इस सनसनीखेज वारदात में मृत महिला की पहचान शुभांगी सचिन राजपूत (29 वर्ष) के रूप में हुई है, जबकि आरोपी पति का नाम सचिन राजपूत (32 वर्ष) है। इस घटना से पूरे क्षेत्र में भय और आक्रोश का माहौल बना हुआ है।
गुरुवार को सचिन और शुभांगी ने एक साथ प्रसिद्ध धार्मिक स्थल जोतिबा मंदिर में दर्शन किए थे। श्रद्धा और भक्ति के माहौल में बिताए उस दिन के बाद कोई कल्पना भी नहीं कर सकता था कि यह यात्रा हत्या जैसी क्रूर वारदात में बदल जाएगी। मंदिर से लौटते समय दोनों ने एक सुनसान घाट क्षेत्र का रास्ता लिया।
जैसे ही दोनों घाट के बीचोंबीच पहुंचे, वहां सचिन ने चाकू निकाला और पत्नी शुभांगी पर बेरहमी से वार करने लगा। कई वारों के बाद महिला ने घटनास्थल पर ही दम तोड़ दिया। खून से सना शव सुनसान इलाके में झाड़ियों के बीच पड़ा रहा और आरोपी वहां से निकलकर घर गया, फिर सीधे सोलापुर के एक पुलिस थाने पहुंचा और बोला, “मैंने अपनी पत्नी की हत्या कर दी है।”
सचिन की इस चौंकाने वाली कबूलनामा के बाद पुलिस तत्काल हरकत में आई। शुक्रवार सुबह पुलिस दल ने सर्च ऑपरेशन शुरू किया और घटनास्थल पर जाकर जांच की। मौके पर पहुंचने पर झाड़ियों के बीच महिला का शव मिला, जो खून से लथपथ था। शव को देखकर साफ अंदाजा लगाया जा सकता था कि हमला कितनी क्रूरता से किया गया था।
प्रारंभिक जानकारी के मुताबिक, सचिन और शुभांगी पिछले कुछ महीनों से एक किराए के मकान में साथ रह रहे थे। पड़ोसियों का कहना है कि उनके बीच अक्सर कहा-सुनी होती रहती थी, लेकिन किसी को यह अंदेशा नहीं था कि घरेलू कलह इतनी भयावह रूप ले लेगी।
पुलिस अब इस बात की जांच में जुटी है कि हत्या के पीछे वास्तविक कारण क्या था — क्या यह अचानक हुए झगड़े का नतीजा था, या पहले से सोची-समझी साजिश? पुलिस ने आरोपी को हिरासत में ले लिया है और हत्या का मामला दर्ज कर लिया गया है। महिला के शव को सरकारी अस्पताल में पोस्टमॉर्टम के लिए भेजा गया है। पुलिस के अनुसार, आरोपी से गहराई से पूछताछ की जा रही है, ताकि यह पता लगाया जा सके कि घटना में कोई अन्य व्यक्ति शामिल था या नहीं, और हत्या के पीछे मानसिक, पारिवारिक या आर्थिक कारण क्या रहे होंगे।
यह घटना सिर्फ एक हत्या नहीं है, बल्कि समाज के उस कटु सत्य को उजागर करती है जहाँ महिलाएं अपने ही घर में, अपने ही जीवनसाथी के हाथों असुरक्षित हैं। श्रद्धा के नाम पर मंदिर जाने वाले इस दंपत्ति की यात्रा विश्वासघात में बदल गई। यह मामला एक बार फिर यह सोचने पर मजबूर करता है कि महिलाओं की सुरक्षा के लिए परिवार और समाज को अब और अधिक संवेदनशील और सजग होने की आवश्यकता है।