शिंदे शिवसेना ने हेलिकॉप्टर से मंगवाए AB फॉर्म
नासिक : महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव को लेकर महायुति में कुछ सीटों पर विवाद बढ़ गया है। राष्ट्रवादी कांग्रेस के मुंबई प्रदेश अध्यक्ष समीर भुजबल के नांदगाव में बगावत करने के बाद, शिंदे शिवसेना ने देवलाली और दिंडोरी विधानसभा क्षेत्रों में उम्मीदवारों को सीधे एबी फॉर्म देकर उन्हें चुनाव मैदान में उतारा है। देवलाली विधानसभा सीट से विधायक आहिरे के सामने निवृत्त तहसीलदार राजश्री आहिरराव और दिंडोरी में विधानसभा के उपाध्यक्ष नरहरी झिरवाल के सामने पूर्व विधायक धनराज महाले को एबी फॉर्म दिया गया है। यह पूरी प्रक्रिया नामांकन पत्र दाखिल करने की समय सीमा समाप्त होने से कुछ मिनट पहले हुई।
खास बात ये रही कि दोनों उम्मीदवारों को एबी फॉर्म देने के लिए खास हेलिकॉप्टर से फॉर्म मंगवाए गए। शिवसेना के एबी फॉर्म हेलिकॉप्टर से आने से अजित पवार पक्ष और शिवसेना के बीच विवाद बढ़ गया है। नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख मंगलवार 29 अक्टूबर को थी। प्रत्येक चुनाव क्षेत्र में उम्मीदवारों ने अपने-अपने नामांकन पत्र दाखिल किए।
बता दें कि महायुति के सीट वितरण में नासिक जिले में अजित पवार की राष्ट्रवादी कांग्रेस ने सबसे अधिक सीटें हासिल की हैं। मंत्री छगन भुजबल के पास जिले में राष्ट्रवादी कांग्रेस की कमान है, इसलिए महायुति में विवाद न हो इसकी जिम्मेदारी उन पर है। लेकिन इसके बावजूद, भुजबल के भतीजे समीर भुजबल ने नांदगाव से शिवसेना के मौजूदा विधायक सुहास कांदे के खिलाफ निर्दलीय उम्मीदवारी दाखिल की है, जिससे भुजबल और कांदे के बीच आरोप-प्रत्यारोप शुरू हो गया है।
मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे ने नांदगाव में सुहास कांदे और समीर भुजबल के बीच के संघर्ष पर विशेष ध्यान देते हुए, राष्ट्रवादी अजित पवार गुट को जवाब देने के लिए उनके उम्मीदवारों के खिलाफ उम्मीदवार खड़े करने की रणनीति अपनाई है। इसके लिए शिवसेना के सचिव भाऊसाहेब चौधरी को मंगलवार को नासिक भेजा गया था। नामांकन पत्र दाखिल करने की आखिरी तारीख होने के कारण, शिंदे ने चौधरी को हेलिकॉप्टर से नासिक भेजकर 2 चुनाव क्षेत्रों के उम्मीदवारों को दोपहर 3 बजे तक एबी फॉर्म दिलवाए। हालांकि, इगतपुरी के रवींद्र भोये को दिया गया एबी फॉर्म समय पर नहीं पहुंचा, इसलिए वे नामांकन पत्र दाखिल नहीं कर पाए। येवला में भी छगन भुजबल के खिलाफ एबी फॉर्म देने की शिव सेना की योजना थी, लेकिन समय की कमी के कारण ऐसा नहीं हो पाया।
यह भी पढ़ें-महाराष्ट्र चुनाव में महा विकास आघाडी का दावा, 90 फीसदी सीटों पर मान जाएंगे बागी, ऐसे बन रही है रणनीति
इसे लेकर शिवसेना सचिव भाऊसाहेब चौधरी ने कहा, ”महायुती के तहत नांदगाव विधानसभा चुनाव क्षेत्र हमारे पास था, लेकिन समीर भुजबल ने निर्दलीय उम्मीदवारी की है, इसलिए हमने भी देवलाली और दिंडोरी में अपने अधिकृत उम्मीदवार खड़े किए हैं। फिलहाल देखना दिलचस्प होगा कि नामांकन के ऐन वक्त पहले शिंदे शिवसेना का यह दांव आगामी चुनाव नतीजों पर कितना असरदार साबित होगा।