सांगली में मेडिकल छात्रा से सामूहिक दुष्कर्म। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
सांगली: महाराष्ट्र के सांगली जिले से एक अत्यंत दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। एमबीबीएस के तीसरे वर्ष में पढ़ने वाली एक छात्रा के साथ उसके ही जान-पहचान के तीन युवकों ने सामूहिक दुष्कर्म किया। वारदात को इस तरह अंजाम दिया गया, जैसे पहले से पूरी योजना बनाई गई हो। पुलिस ने इस मामले में त्वरित कार्रवाई करते हुए तीनों आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है। आरोपियों की उम्र 20 से 22 वर्ष के बीच है और वे पुणे, सोलापुर तथा सांगली के निवासी बताए जा रहे हैं।
जानकारी के अनुसार पीड़िता सांगली के एक प्रतिष्ठित मेडिकल कॉलेज में पढ़ाई कर रही है। कॉलेज में पढ़ने वाले दो छात्रों से उसकी जान-पहचान और दोस्ती हो गई थी। इस दोस्ती का फायदा उठाते हुए तीन युवकों ने उसे भरोसे में लिया और फिल्म दिखाने के बहाने बाइक से वान्लेसवाड़ी स्थित एक फ्लैट पर ले गए।
फ्लैट पर पहुंचते ही युवकों ने पीड़िता को कोल्ड ड्रिंक में नशीला पदार्थ मिलाकर पिला दिया। छात्रा को जब तक कुछ समझ आता, तब तक वह बेहोशी की हालत में चली गई थी। इसी दौरान तीनों आरोपियों ने मिलकर उसके साथ सामूहिक बलात्कार किया। घटना के बाद कुछ समय बाद जब उसे होश आया, तो उसने तत्काल पुलिस स्टेशन पहुंचकर घटना की शिकायत दर्ज कराई।
पीड़िता को न सिर्फ नशीला पेय पिलाया गया, बल्कि घटना के बाद उसे धमकाया भी गया कि अगर उसने किसी को कुछ बताया, तो अंजाम बुरा होगा। बावजूद इसके, छात्रा ने डरने की बजाय हिम्मत दिखाई और पुलिस के पास पहुंचकर शिकायत दर्ज कराई। इस साहसी कदम के कारण ही तीनों आरोपियों को कुछ ही घंटों के भीतर गिरफ्तार कर लिया गया।
विश्रामबाग पुलिस स्टेशन में दर्ज की गई शिकायत के आधार पर पुलिस ने आरोपियों की तलाश शुरू की और कुछ ही घंटों में तीनों को दबोच लिया। गिरफ्तार आरोपियों के खिलाफ भारतीय दंड संहिता की सामूहिक बलात्कार (गैंगरेप) से संबंधित धाराओं के तहत मामला दर्ज किया गया है। अदालत ने तीनों को 27 मई तक पुलिस हिरासत में भेज दिया है।
जब पीड़िता के माता-पिता को इस घिनौनी घटना की जानकारी मिली, तो वे भी गहरे सदमे में आ गए और तत्काल थाने पहुंचे। घटना की गंभीरता को देखते हुए पुलिस इस मामले में हर पहलू से जांच कर रही है। फॉरेंसिक साक्ष्य, कॉल रिकॉर्ड्स और फ्लैट से बरामद वस्तुओं की भी जांच की जा रही है।
यह मामला सिर्फ एक आपराधिक घटना नहीं, बल्कि समाज के लिए एक चेतावनी भी है, जिसमें कैसे आज के युवा दोस्ती के नाम पर भरोसे का गलत इस्तेमाल कर रहे हैं। साथ ही यह भी एक मिसाल है कि अगर कोई महिला अन्याय के खिलाफ हिम्मत से खड़ी हो, तो न्याय की राह आसान हो सकती है।