मुंबई: महाराष्ट्र भर में रेल (Rail), रोड (Road) और पोर्ट (Port) जैसे बुनियादी ढांचे को मजबूत बनाने के लिए राज्य सरकार (State Government) ने लगभग 6 लाख करोड़ रुपए खर्च करने की योजना बनाई है। उल्लेखनीय है कि मुंबई (Mumbai) के अलावा राज्य के अन्य शहरों को रेल के साथ सड़क और एयरपोर्ट से जोड़ने के लिए इंफ़्रा प्रोजेक्ट वॉर रूम कार्य करेगा।
हाल ही में शिंदे-फडणवीस सरकार ने वरिष्ठ आईएएस अधिकारी राधेश्याम मोपलवार को वॉर रूम-इन्फ्रास्ट्रक्चर की जिम्मेदारी दी है। यह वॉर रूम पहली बार 2014 में तत्कालीन सीएम देवेंद्र फडणवीस की पहल पर शुरू हुआ था।अब फिर से सरकार आने के बाद इस पर काम तेजी से शुरू हुआ है।
एमडी राधेश्याम मोपलवार के अनुसार, मुंबई से कोंकण तक 6 लेन एक्सप्रेस-वे की योजना बन रही है। यह पनवेल के पास पेन से सिंधुदुर्ग में सावंतवाड़ी तक जाएगा, जिस पर लगभग 80,000 करोड़ रुपए खर्च होंगे। मुंबई-कोंकण एक्सप्रेस-वे योजना के तहत अब लंबे घुमावदार मार्गों के बजाय तटीय जिलों से होते हुए सीधी सड़क बनेगी। बताया गया कि इंफ़्रा वॉर रूम के माध्यम से राज्य में रेल और सड़क नेटवर्क में बढ़ोतरी से लेकर पोर्ट के विकास पर ध्यान दिया जाएगा। इसके लिए 5 से 6 लाख करोड़ रुपए खर्च होंगे।
योजनाबद्ध परियोजनाओं में राज्य के सभी जिलों को जोड़ने वाले 6-8 लेन वाले एक्सप्रेस-वे ग्रिड का निर्माण किया जाएगा, जो 6-8 लेन होगा। वरिष्ठ अधिकारियों के अनुसार 9 नए एक्सप्रेस-वे की योजना बनाई जा रही है। इसकी लागत करीब 2.35 लाख करोड़ रुपए हो सकती है। जिनमें से एक पुणे-नासिक, पुणे-नवी मुंबई, औरंगाबाद आदि है। पुणे-नासिक सेमी हाई स्पीड रेल परियोजना पर काम हो रहा है।
बुनियादी ढांचे को उन्नत बनाने के लिए टियर -3 हवाई अड्डों को टियर -2 में अपग्रेड करने की भी योजना बन रही है। इनमें सांगली, अमरावती और गोंदिया जैसे कुछ हवाईअड्डे होंगे। एमडी मोपलवार के अनुसार, मुंबई-नागपुर समृद्धि मार्ग के खुल जाने के बाद राज्य के 10 जिलों में विकास के नए द्वार खुलेंगे।