वाघोली जल आपूर्ति योजना (pic credit; social media)
Wagholi Water Supply Scheme: पुणे ग्राम पंचायत और स्थानीय जनप्रतिनिधियों के 30 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई महत्त्वाकांक्षी जल आपूर्ति योजना पूरी होने के बावजूद अब बंद पड़ी है। इसके चलते वाघोली के निवासियों को पीने और दैनिक कामकाज के लिए पानी खरीदना पड़ रहा है। बकोरी रोड, गाढे बस्ती, कटकेवाड़ी, विठ्ठलवाड़ी, आईबी इस्टेट और केसनंद रोड जैसे क्षेत्रों में इस संकट का सीधा असर देखा जा रहा है।
वाको वेलफेअर असोसिएशन (टीम वाको) के प्रतिनिधि अनिल कुमार मिश्रा ने इस गंभीर समस्या पर चिंता जताते हुए प्रशासन से योजना तुरंत चालू करने की मांग की है। पूर्व सभापति पंचायत समिति हवेली वसुंधरा उबाले ने भी कहा कि आयुक्त और पुणे मनपा आयुक्त को मिलकर इस मुद्दे का समाधान करना चाहिए।
परियोजना की धीमी प्रगति और देरी ने इस संकट को और बढ़ा दिया। पीएमआरडीए द्वारा 23 करोड़ रुपये की लागत से शुरू की गई 50 लाख लीटर क्षमता वाली जल परियोजना सितंबर 2019 में शुरू हुई थी, जिसे असल में सितंबर 2020 तक पूरा होना चाहिए था।
लगातार फॉलो-अप, विरोध प्रदर्शन और जनजागरूकता अभियानों के बाद ही यह परियोजना कुछ महीने पहले पूरी हुई। लेकिन आश्चर्यजनक रूप से इसे अभी तक चालू नहीं किया गया, जिससे जनता के पैसों का सही उपयोग नहीं हो पा रहा है।
अनिल कुमार मिश्रा ने कई सवाल उठाए हैं। उन्होंने पूछा कि पिछले पांच सालों से वाघोली के लोग धीने के पानी से क्यों वंचित हैं? किसके दबाव में परियोजना को रोक रखा गया है? कौन प्रशासनिक या प्रभावशाली लोग जनता के हक के काम में बाधा डाल रहे हैं? उन्होंने इसे जनता के पैसों के दुरुपयोग और धोखाधड़ी करार दिया है।
वाको वेलफेअर एसोसिएशन ने पीएमआरडीए आयुक्त से मिलकर तत्काल इस योजना को चालू करने की मांग करने की रणनीति बनाई है। लाखों लोग आज भी पानी की गंभीर कमी का सामना कर रहे हैं। प्रशासन पर दबाव बनाया जा रहा है कि परियोजना को तुरंत चालू किया जाए ताकि वाघोली के नागरिकों को राहत मिल सके।