पुणे तलेगांव-चाकण-शिक्रापुर मार्ग (pic credit; social media)
Talegaon-Chakan-Shikrapur Highway: महाराष्ट्र के सार्वजनिक निर्माण मंत्री ने तलेगांव-चाकण-शिक्रापुर महामार्ग के निर्माण को लेकर बड़ा आश्वासन दिया है। मंत्री ने कहा कि इस बहुप्रतीक्षित मार्ग का काम अब बीओटी (Build, Operate, Transfer) मॉडल पर किया जाएगा। राज्य सरकार ने परियोजना को मंजूरी दे दी है। इसका मतलब है कि निजी कंपनी सड़क बनाएगी, टोल वसूलकर लागत और मुनाफा निकालेगी और निश्चित अवधि के बाद सड़क सरकार को सौंप देगी।
यह मार्ग कुल 53 किलोमीटर लंबा होगा और पुणे शहर के लिए एक बाहरी बाईपास का काम करेगा। यह मुंबई-पुणे-बेंगलुरु राष्ट्रीय महामार्ग (NH-48) और प्रस्तावित पुणे-छत्रपति संभाजीनगर राष्ट्रीय महामार्ग (NH-753) को जोड़ेगा। भारी वाहनों की आवाजाही और एमआईडीसी क्षेत्रों के कारण यहां अक्सर गंभीर ट्रैफिक जाम होता है। इस मार्ग के निर्माण से औद्योगिक परिवहन को बड़ी राहत मिलेगी और दुर्घटनाओं का खतरा भी कम होगा।
तलेगांव से चाकण खंड में चार लेन का उन्नत एलिवेटेड मार्ग और जमीन के समानांतर चार लेन की सामान्य सड़क बनाई जाएगी।
चाकण से शिक्रापूर खंड को छह लेन में चौड़ा किया जाएगा। इस खंड के लिए हाल ही में 59.75 करोड़ रुपए का प्रारंभिक फंड मंजूर किया गया है।
पूरा मार्ग लगभग 6,499 करोड़ रुपए की लागत से विकसित होगा। परियोजना के लिए केंद्र और राज्य सरकार दोनों की भागीदारी होगी। केंद्रीय सड़क विकास मंत्री नितिन गडकरी ने पहले ही संकेत दिए थे कि पलाईओवर सहित मार्ग का निर्माण जल्द शुरू होगा।
इस मार्ग को राष्ट्रीय राजमार्ग 548D (NH-548D) का दर्जा मिला है। अब इसका कार्य महाराष्ट्र राज्य आधारभूत संरचना विकास महामंडल (MSIDC) के माध्यम से संपन्न होगा। टोल वसूली के लिए 100% फास्ट टैग और GPS सिस्टम का उपयोग अनिवार्य होगा।
मंत्री ने कहा कि सड़क चौड़ी और उन्नत होने से वाहनों की गति बढ़ेगी। औद्योगिक परिवहन को भारी राहत मिलेगी। पुणे के औद्योगिक क्षेत्र और आसपास के ट्रैफिक जाम से निजात मिलेगी। यह परियोजना क्षेत्र के आर्थिक विकास को भी गति देगी। स्थानीय सांसद और विधायक इस मार्ग के निर्माण के लिए लंबे समय से सक्रिय थे। अब राज्य सरकार के आश्वासन के बाद उम्मीद है कि यह परियोजना जल्द धरातल पर उतरेगी।