कांग्रेस और भाजपा (सौजन्य-IANS)
Maharashtra Local Body Elections: आगामी मनपा चुनाव की तैयारी में सभी राजनीतिक पार्टियां जुट गई हैं। नागपुर मनपा व जिला परिषद चुनाव के लिए मुख्य प्रतिद्वंदी भाजपा व कांग्रेस इस बार अलग तरीके से तैयारी में लगी हैं। दोनों की प्राथमिकता इस चुनाव में मतदाता सूची है। दोनों ने ही अपने कार्यकर्ताओं को अपने-अपने क्षेत्र की मतदाता सूची की जांच करने के काम में लगा दिया है।
भाजपा जहां संपर्क अभियान के तहत बूथ लेवल पर मतदाता सूची के वाचन पर जोर दे रही है तो कांग्रेस तथाकथित ‘वोट चोरी’ रोकने के लिए चुनाव पूर्व कार्यकर्ताओं को मतदाता सूची पर बारीकी से ध्यान देने का प्रशिक्षण दे रही है। आगामी स्थानीय निकाय चुनावों के लिए पार्टी निरीक्षकों ने अनेक जिलों में बूथ लेवल कार्यकर्ताओं को प्रशिक्षित करने का कार्य शुरू किया है। घर-घर जाकर मतदाताओं से संवाद व समन्वय साधने का निर्देश दिया गया है।
कांग्रेस ने जिलों के लिए सह-निरीक्षकों की भी नियुक्ति की है जो बूथ लेवल यंत्रणा को सक्रिय कर रही है। बूथ लेवल पर मतदाता सूची में लोस व विस चुनावों के समय किनके नाम थे, नहीं थे, अब कितनों के नाम जुड़े हैं, मृतकों के नाम काटे गये हैं या नहीं, बोगस नाम तो सूची में नहीं हैं, इसकी जांच की जिम्मेदारी कार्यकर्ताओं को दी गई है।
कितने नये मतदाता जुड़े हैं, उनके घरों पर जाकर संपर्क करने और विस चुनाव में किसने वोटिंग नहीं की, ये सारी जानकारी एकत्र की जा रही है। बूथ लेवल के कार्यकर्ताओं को अपने आसपास के परिसर के कम से कम 500 मतदाताओं से संपर्क करने का टारगेट दिया गया है। मतदाताओं से आगामी चुनाव में वोट करने के लिए जागरूक करने का भी काम किया जा रहा है।
भाजपा ने सभी 20 मंडलों का संपर्क अभियान शुरू किया है। शहर अध्यक्ष स्वयं मंडलों पर पहुंचकर मार्गदर्शन कर रहे हैं। बूथ, प्रभाग तथा मंडल के प्रमुख कार्यकर्ताओं से मतदाता सूची की जांच करने के निर्देश दिये गए हैं। मनपा चुनाव के पूर्व सभी बूथ अध्यक्ष, कार्यकर्ता व पदाधिकारियों को मतदाता सूची में दर्ज नामों का एक-एक कर पाठन करने को कहा गया है। उस पर कार्य भी शुरू हो गया है।
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लोकसभा चुनाव में मतदाता सूची से हजारों नाम गायब थे जिसके चलते उन्हें वोटिंग से वंचित रहना पड़ा था। निर्दिश दिये गए हैं कि ऐसी स्थिति दोबारा न बने। सूची में शामिल मतदाता अगर किसी दूसरे इलाके में रहने चले गए हों तो उनसे भी संपर्क करने का निर्देश दिया गया है। कार्यकर्ताओं को हर एक मतदाता से व्यक्तिगत संपर्क कर केन्द्र व राज्य सरकारों द्वारा किये गए विकास कार्य व जनहित की योजनाओं की जानकारी देकर अपने पक्ष में करने का टास्क भी दिया गया है।