पुणे महानगरपालिका (सौ. सोशल मीडिया )
Maharashtra Local Body Election: राज्य निर्वाचन आयोग ने राज्य की 29 महानगर पालिकाओं के चुनाव एक ही चरण में कराने की घोषणा कर दी है। इसके तहत पुणे और पिंपरी-चिंचवड़ महानगर पालिका (पीएमसी पीसीएमसी) के चुनाव 15 जनवरी 2026 को होंगे, जबकि मतगणना 16 जनवरी को की जाएगी।
लंबे समय से प्रशासकीय शासन में रही पुणे महानगर पालिका में लगभग चार साल बाद जनप्रतिनिधियों के चुनाव होने जा रहे हैं। इससे शहर की राजनीति में एक बार फिर हलचल तेज हो गई है।
बता दें कि पुणे मनपा का कार्यकाल 14 फरवरी 2022 को समाप्त हो गया था। इसके बाद आरक्षण, वार्ड रचना, जनगणना और न्यायिक प्रक्रियाओं के कारण चुनाव लगातार टलते रहे। अब आयोग ने स्पष्ट किया है कि यह चुनाव 2011 की जनगणना के आधार पर तैयार किए गए वार्ड ढांचे के अनुसार कराए जाएंगे, इसके चलते पुणे मनपा में नगरसेवकों की संख्या यथावत रखते हुए 165 सीटों पर चुनाव होगा। इस चुनाव पर न केवल शहर, बल्कि पूरे राज्य की राजनीतिक नजरें टिकी हुई हैं।
आगामी चुनाव में पुणे शहर को 41 वाडों में बांटा गया है। इन वार्डों से कुल 165 नगरसेवक चुने जाएंगे। इनमें से 83 सीटें महिलाओं के लिए आरक्षित होंगी, जबकि 82 सीटें पुरुषों के लिए रहेंगी। चार सदस्यीय वार्ड प्रणाली के तहत 40 वाडों से चार-चार नगरसेवक चुने जाएंगे। वार्ड क्रमांक 38 को पांच सदस्यीय बनाया गया है, जहां मतदाताओं की संख्या लगभग 1।05 लाख होगी।
इस विशेष वार्ड को लेकर राजनीतिक दलों में रणनीतिक चर्चाएं शुरू हो चुकी हैं। पुणे मनपा क्षेत्र में कुल 35 लाख 51 हजार 469 पात्र मतदाता अपने मताधिकार का प्रयोग करेंगे।
निर्वाचन आयोग के मानदंडों के अनुसार हर १०० मतदाताओं पर एक मतदान केंद्र बनाया जाएगा। इसके तहत शहर में कुल 3।946 मतदान केंद्र स्थापित किए जा रहे हैं। मतदान केंद्रों का निर्धारण मनपा के 15 क्षेत्रीय कार्यालयों की सीमाओं के अनुसार किया जा रहा है।
केवल वही मतदाता मतदान कर सकेंगे, जिनका नाम 1 जुलाई 2025 तक मतदाता सूची में दर्ज है। इस चुनाव में पुणे शहर के आठ विधानसभा क्षेत्रों में कसबा पेठ, शिवाजीनगर, कोथरूड, वडगांव शेरी, पुणे कैंटोनमेंट, हडपसर, पर्वती और खडकवासला शामिल हैं।
मनपा सीमा में आने वाले ग्रामीण विधानसभा क्षेत्र पुरंदर, शिरूर और भोर-वेल्हा के मतदाता भी मतदान करेंगे। शहरी और ग्रामीण मतदाताओं की संयुक्त भागीदारी से चुनाव परिणामों पर व्यापक असर पड़ने की संभावना है।
पिंपरी-चिंचवड मनपा में 2017 के चुनाव में भाजपा और एनसीपी के बीच सीधा मुकाबला था, लेकिन इस बार राजनीतिक समीकरण बदल गए है। इस बार भाजपा, अजीत पवार के नेतृत्व वाली राष्ट्रवादी कांग्रेस (एनसीपी) और महाविकास आघाड़ी (एमवीए) के बीच त्रिकोणीय मुकाबला देखने को मिल सकता है। फिलहाल पिपरी-चिंचवड में भाजपा का संख्याबल मजबूत दिखाई दे रहा है।
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एकनाथ शिंदे गुट की शिवसेना भाजपा के साथ गठबंधन कर सकती है, जबकि शरद पवार की एनसीपी, कांग्रेस, उद्धव ठाकरे की शिवसेना और मनसे के साथ मिलकर चुनाव लड़ने की तैयारी में है। 2017 पिंपरी मनपा चुनाव की कुल 128 सीटों पर वोटिंग हुई थी। इसमें भाजपा 77। राष्ट्रवादी कांग्रेस 36 और शिवसेना ने 9। सीटों पर जीत दर्ज की।