पुणे महानगरपालिका (pic credit; social media)
Maharashtra News: पुणे महानगरपालिका (पीएमसी) प्रशासन ने शुक्रवार को समयपालन पर सख्ती दिखाते हुए 500 से अधिक कर्मचारियों और अधिकारियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की। सुबह तय समय पर दफ्तर न पहुंचने वाले वर्ग-1 से लेकर चतुर्थ श्रेणी तक के कर्मचारियों को मुख्य प्रवेशद्वार पर रोककर उनकी उपस्थिति दर्ज की गई और तत्क्षण कारण बताओ नोटिस जारी किया गया।
मनपा आयुक्त नवल किशोर राम ने पदभार संभालते ही विभाग प्रमुखों की बैठक में स्पष्ट कर दिया था कि अब कार्य संस्कृति में ढिलाई बर्दाश्त नहीं की जाएगी। उन्होंने चेतावनी दी थी कि देर से आने पर अनुशासनात्मक कार्रवाई निश्चित है। इसके बावजूद कई विभाग प्रमुख, वरिष्ठ अधिकारी और कर्मचारी समय की पाबंदी का पालन नहीं कर रहे थे।
मनपा कर्मचारियों को सरकारी कर्मचारियों की तरह पांच दिन का सप्ताह और शनिवार की छुट्टी का लाभ मिलता है। इसके लिए कामकाजी घंटों में वृद्धि की गई थी। बावजूद इसके, शुक्रवार को बड़ी संख्या में अधिकारी और कर्मचारी तय समय पर उपस्थित नहीं हुए।
उपायुक्त (सामान्य प्रशासन विभाग) प्रसाद काटकर ने बताया कि आयुक्त के आदेशानुसार यह कार्रवाई की गई। देर से आने वालों में विभाग प्रमुखों से लेकर निम्न श्रेणी तक के कर्मचारी शामिल थे। सभी के नाम दर्ज कर कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण मांगा गया है।
प्रशासन का कहना है कि यह कदम कार्यकुशलता बढ़ाने और अनुशासन लागू करने के लिए उठाया गया है। यदि भविष्य में भी कर्मचारी समयपालन नहीं करते हैं तो उनके खिलाफ और कड़ी कार्रवाई की जाएगी।