पुणे मेट्रो (सौ. सोशल मीडिया )
Pune News In Hindi: पुणे मेट्रो रेल परियोजना को नई गति मिल गई है। महाराष्ट्र मेट्रो रेल कॉर्पोरेशन लिमिटेड (महा-मेट्रो) ने स्वारगेट से कात्रज तक प्रस्तावित अंडरग्राउंड सेक्शन के लिए निर्माण कार्य का ठेका ITD सीमेंटेशन इंडिया लिमिटेड को दिया है।
यह अनुबंध लगभग 1,643.88 करोड़ रुपए का है। इस फैसले को पुणे शहर में मेट्रो नेटवर्क के विस्तार की दिशा में एक बड़े कदम के तौर पर देखा जा रहा है।
कात्रज भूमिगत मेट्रो सेक्शन ‘पर्पल लाइन’ की के पैकेज P1A-UGC(R) के तहत आता है। इसकी लंबाई लगभग 5.46 दो किलोमीटर होगी। जानकारी के अनुसार इस या टनल) बनाई जाएगी। साथ ही, कुल 5 मार्केट यार्ड (गुलटेकड़ी), बिबवेवाड़ी, कपद्मावती, बालाजी नगर और कात्रज मार्ग पर दोहरी अंडरग्राउंड सुरंग वन अंडरग्राउंड स्टेशन भी होंगे।
इससे पहले इस रूट पर केवल तीन स्टेशन ही 3 ₹ प्रस्तावित थे, लेकिन नागरिकों और जनप्रतिनिधियों के सुझावों के बाद दो और स्टेशनों को जोड़ा गया। इससे मेट्रो कवरेज क्षेत्र के साथ साथ, स्थानीय यात्रियों का सफर सुगम होगा। महा मेट्रो ने इस परियोजना के लिए अनुमानित लागत 2,144 करोड़ रुपए तय की थी। बोली प्रक्रिया में जे कुमार इंफ्राप्रोजेक्ट्स, एलएंडटी, टाटा प्रोजेक्ट्स, अफकॉन-सैम इंडिया जेवी और एचसीसी-कल्पतरु जेवी जैसी कई बड़ी कंपनियां शामिल हुई। इनमें ITD सीमेटेशन की बौली सबसे कम रही जो अनुमानित लागत से लगभग 24 प्रतिशत कम थी। इस वजह से कंपनी को यह ठेका दिया गया।
इस परियोजना को पूरा करने के लिए कुल 42 महीने का समय निर्धारित किया गया है। यदि कार्य समय पर शुरू हो गया, तो यह सेक्शन फरवरी 2029 तक यात्रियों के लिए खोल दिया जाएगा। संभावित कार्य योजना के मुताबिक 2026 की पहली तिमाही में साइट की तैयारी और यूटिलिटी शिफ्टिंग का काम, 2026 की दूसरी तिमाही में सिविल निर्माण कार्य की शुरुआत और 2027 की दूसरी तिमाही में टनलिंग कार्य आरंभ होगा।
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कात्रज अंडरग्राउंड सेक्शन पुणे मेट्री के फेज-1A का हिस्सा है। जानकर बताते हैं कि इस सेक्शन के पूरा होने के बाद दक्षिणी पुणे की यातायात समस्याओं को हल करने में काफी मदद मिलेगी। यह प्रोजेक्ट कात्रज, बिबवेवाड़ी और आसपास के धनी आबादी वाले इलाकों को सीधे मेट्रो नेटवर्क से जोड़ेगा। इससे यात्रियों का यात्रा समय कम होगा और सडक यातायात पर बोझ घटेगा। निजी वाहनों पर निर्भरता घटने से प्रदूषण और कार्बन उत्सर्जन में भी कमी आएगी, मेट्रो विस्तार से स्थानीय व्यवसाय, व्यापार और रियल एस्टेट सेक्टर को भी बढ़ावा मिलेगा।