महाराष्ट्र पर मंडरा रहा नया संकट (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Maharashtra Weather: मौसम विभाग ने देश के कई राज्यों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है। बंगाल की खाड़ी में कम दबाव का क्षेत्र बनने के कारण अगले सात दिनों तक देशभर में भारी बारिश होने की संभावना है। तेज़ हवाओं के साथ बारिश का अनुमान लगाया गया है। ऐसे में नागरिकों से सतर्क रहने की अपील की गई है। मौसम विभाग की ओर से जारी चेतावनी के अनुसार, अगले सात दिनों तक गोवा, महाराष्ट्र और गुजरात में भारी बारिश की संभावना है। वहीं, बिहार में 20 से 22 अगस्त के बीच भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
झारखंड में 19, 21 और 22 अगस्त को भारी बारिश की संभावना है। मौसम विभाग ने अगले पांच दिनों तक झारखंड, मध्य प्रदेश, महाराष्ट्र, ओडिशा, छत्तीसगढ़, सिक्किम, उत्तराखंड, तेलंगाना, आंध्र प्रदेश और उत्तर प्रदेश में भारी बारिश की चेतावनी जारी की है।महाराष्ट्र में भारी बारिश हो रही है। पिछले दो दिनों से राज्य भर में भारी बारिश हो रही है और नदियां-नहरें उफान पर हैं। इस बीच, मौसम विभाग द्वारा दी गई जानकारी के अनुसार, अगले चार-पांच दिनों तक राज्य में स्थिति ऐसी ही बनी रहेगी।
मौसम विभाग की इस नई चेतावनी ने चिंताएं बढ़ा दी हैं। मौसम विभाग ने महाराष्ट्र में अत्यधिक भारी बारिश की चेतावनी दी है। कोंकण और विदर्भ में भारी बारिश की संभावना है। पश्चिमी महाराष्ट्र में भी बारिश की तीव्रता बढ़ने का अनुमान है। इस बीच, राज्य में शुक्रवार रात से भारी बारिश जारी है। आज राज्य के कई जिलों के लिए हाई अलर्ट जारी किया गया है। मौसम विभाग के अनुसार, कोंकण के रायगढ़ जिले में बारिश का रेड अलर्ट है, जबकि मुंबई, पालघर, नवी मुंबई और ठाणे जिलों के लिए ऑरेंज अलर्ट जारी किया गया है।
उधर, पश्चिमी महाराष्ट्र में भी आज भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। पुणे, कोल्हापुर, सतारा और सांगली जिलों में मध्यम से भारी बारिश की संभावना है, जबकि पश्चिमी महाराष्ट्र के घाटों में बहुत भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है। मराठवाड़ा के कई जिलों में मध्यम से भारी बारिश का अनुमान है। मराठवाड़ा के छत्रपति संभाजीनगर, जालना, नांदेड़ और हिंगोली जिलों में भारी बारिश की चेतावनी जारी की गई है।
यवतमाल ज़िले में पिछले 2 दिनों से भारी बारिश हो रही है। मुसलाधार बारिश के चलते नागरिकों को प्राकृतिक आपदा का सामना करना पड रहा है। गाज गिरने से किसान समेत 3 मवेशियों की मौत हो गयी है। तो एक चरवाहा बाढ में बह जाने की जानकारी प्राप्त हुई है। उमरखेड तालुका के 230 घरों में बाढ़ का पानी घुस गया है। इससे नागरिकों को भारी नुकसान हुआ है।
इसके अलावा, एहतियात के तौर पर उमरखेड और पुसद तालुका की 20 सड़कों को यातायात के लिए बंद कर दिया गया है क्योंकि पानी सड़कों और पुलों से होकर बह रहा है। इतना ही नहीं, ईसापुर और बेम्बला परियोजनाओं में पानी के भारी जमाव के कारण, बेम्बला बांध के 6 और ईसापुर के 3 गेट खोल दिए गए हैं, प्राकृतिक आपदा विभाग ने जानकारी दी है।