मानसून का समय से पहले आगमन। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
पुणे: इस साल मानसून ने सारे रिकॉर्ड तोड़ दिए हैं। मानसून तय समय से 14 दिन पहले यानी 25 मई को राज्य में दाखिल हुआ। मई में पुणे में प्री-मानसून और फिर मानसून की बारिश हुई। भारतीय मौसम विभाग ने जानकारी दी है कि दक्षिण-पश्चिम मानसून तो आ गया है, लेकिन बारिश के लिए अनुकूल परिस्थितियां और कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय नहीं होने के कारण पुणे समेत राज्य में भारी बारिश की संभावना नहीं है। इसलिए नागरिकों को भारी बारिश के लिए अभी और इंतजार करना पड़ेगा।
जून के पहले सप्ताह में शहर में हल्की बारिश हुई थी। उसके बाद पिछले दो-तीन दिनों से बारिश का सिलसिला थम गया है और अधिकतम तापमान में भी मामूली बढ़ोतरी हुई है। भारतीय मौसम विभाग, पुणे के वैज्ञानिक ‘डी’ डॉ. एसडी सनप ने बताया, “फिलहाल मानसूनी हवाओं की तीव्रता कम हुई है और कहीं भी कम दबाव का क्षेत्र सक्रिय नहीं है। हालांकि, 13 या 14 जून के बाद राज्य में फिर से मानसून के सक्रिय होने की संभावना है।” सोमवार (9 तारीख) को अधिकतम तापमान 32 डिग्री सेल्सियस रहा, जबकि न्यूनतम तापमान 23.8 डिग्री सेल्सियस रहा।
सुबह के समय बादल छाए रहे, वहीं दोपहर में सूरज की तपिश महसूस की गई। इस कारण पुणे के लोगों को धूप-छांव का खेल देखने को मिला। जैसे-जैसे सूरज की तपिश बढ़ती गई, गर्मी भी बढ़ती गई। अगले दो दिनों तक शहर में बादल छाए रहेंगे और गरज-चमक के साथ हल्की बारिश की संभावना है। इसलिए पुणे जिले के लिए ‘येलो अलर्ट’ जारी किया गया है।
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मंगलवार (10) और बुधवार (11) को पुणे और उसके आसपास के इलाकों में अधिकतम तापमान थोड़ा बढ़कर 33 डिग्री सेल्सियस तक पहुंचने की संभावना है; जबकि न्यूनतम तापमान 24 डिग्री सेल्सियस रहने की संभावना है। गरज और बिजली के साथ हल्की बारिश की संभावना है।
गुरुवार (12) से शुरू होने वाले अगले चार दिनों तक अधिकतम तापमान 30 डिग्री सेल्सियस तक गिरने की संभावना है। दोपहर और शाम को आसमान में आंशिक रूप से बादल छाए रहने की संभावना है। इसके अलावा, गरज और बिजली के साथ हल्की बारिश की भी संभावना है।