इगतपुरी के विपश्यना केंद्र पहुंची धनंजय मुंडे (सौजन्यः सोशल मीडिया)
पुणे: मंत्री पद से इस्तीफा देने, संतोष देशमुख मामले में गंभीर आरोप लगाने और करुणा शर्मा द्वारा लगाए गए आरोपों समेत कई वजहों से लगातार विवादों में घिरे अजित पवार गुट के विधायक धनंजय मुंडे फिलहाल मानसिक शांति की तलाश में हैं। फिलहाल वे इगतपुरी के विपश्यना केंद्र में दाखिल हो गए हैं। धनंजय मुंडे के मंत्री पद से इस्तीफा देने के बाद उनका विभाग वरिष्ठ एनसीपी नेता छगन भुजबल को सौंप दिया गया था। उसके बाद यह बात सामने आई है कि मुंडे पिछले 8 दिनों से इगतपुरी में ही हैं।
अब इस पर मंत्री पंकजा मुंडे ने प्रतिक्रिया दी है। पिछले 8 दिनों से अजीत पवार गुट के विधायक धनंजय मुंडे नासिक के इगतपुरी स्थित विपश्यना ध्यान केंद्र में जा रहे हैं। इस बारे में जब मंत्री पंकजा मुंडे से पूछा गया तो धनंजय मुंडे ने कहा कि उन्होंने सही विकल्प चुना है। अब उन्होंने बयान दिया है कि यह मानसिक शांति के लिए होगा। पंकजा मुंडे का यह बयान अब राजनीतिक गलियारों में चर्चा का विषय बन गया है।
पुणे में वैष्णवी हगावने आत्महत्या मामला इस समय गरमागरम चर्चा में है। ससुराल वालों की मानसिक और शारीरिक प्रताड़ना से तंग आकर वैष्णवी शशांक हगावने (उम्र 23) ने अपने घर में फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली। वैष्णवी के पति शशांक राजेंद्र हगावने, सास लता राजेंद्र हगावने, ननद करिश्मा और ससुर राजेंद्र हगावने को उसकी मौत के आरोप में गिरफ्तार किया गया है। चूंकि राजेंद्र हगावने अजित पवार गुट के सदस्य हैं, इसलिए इस मामले को लेकर राजनीतिक माहौल भी गरमा गया है।
इस मामले को लेकर महिला आयोग की अध्यक्ष रूपाली चाकणकर पर जमकर हमला बोला जा रहा है। इस बारे में पूछे जाने पर पंकजा मुंडे ने कहा कि वैष्णवी को न्याय मिलना चाहिए। इसके लिए हर कदम उठाया जाना चाहिए। इस संबंध में मुख्यमंत्री सभी निर्णय लेंगे। महिला आयोग द्वारा संज्ञान लेना उचित है। उन्होंने जवाब दिया है कि जो भी शिकायत हो, महिला आयोग को इसे उठाना चाहिए और पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए।
इस बीच, मंत्री पंकजा मुंडे ने पुणे में दगडूशेठ हलवाई गणपति बप्पा के दर्शन किए। इस अवसर पर उन्होंने कहा कि पर्यावरण संरक्षण के लिए कार्यक्रम लागू करने का निर्णय लिया गया है। हर राज्य में कार्यक्रम चलाए जा रहे हैं। अहिल्याबाई होल्कर की 300वीं जयंती के अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पर्यावरण को महत्व देते हुए कार्यक्रम आयोजित करने का निर्णय लिया है। इस पर्यावरण पहल में दगडूशेठ मंडल ने हिस्सा लिया है। पंकजा मुंडे ने यह भी बताया कि प्लास्टिक का उपयोग न करने की अपील की जा रही है।