दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल मामला (सौजन्य-सोशल मीडिया)
पुणे: महाराष्ट्र के पुणे में दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में 10 लाख रुपये की अग्रिम राशि का भुगतान नहीं करने के कारण एक गर्भवती महिला को भर्ती करने से कथित तौर पर इनकार किए जाने की घटना की जांच स्वास्थ्य विभाग के एक वरिष्ठ आधिकारी करेंगे। यह कथित घटना दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में हुई और भाजपा विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) अमित गोरखे के निजी सहायक की पत्नी तनीषा भिसे की दूसरे अस्पताल में जुड़वां लड़कियों को जन्म देने के बाद मौत हो गई।
दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल मामले पर जिला कलेक्टर जितेंद्र डूडी ने कहा, “मुझे कल सूचना मिली थी कि अस्पताल में कुछ गलत हुआ है, इसलिए मैंने सिविल सर्जन की अध्यक्षता में तीन सदस्यीय समिति गठित की है। वे अगले दो दिनों में रिपोर्ट सौंपेंगे और अभिभावकों और परिवार के सदस्यों के साथ-साथ अस्पताल के अधिकारियों से बयान लेंगे। इसके आधार पर हम एसओपी के अनुसार आगे की कार्रवाई तय करेंगे।”
इस मामले में अब कार्रवाई की मांग हो रही है। यह कथित घटना दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में हुई और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) विधान परिषद सदस्य (एमएलसी) अमित गोरखे के निजी सहायक की पत्नी तनीषा भिसे की दूसरे अस्पताल में जुड़वां बच्चों को जन्म देने के बाद मौत हो गई। दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल में कथित तौर पर पैसे न होने के कारण इलाज से इनकार किए जाने के बाद एक गर्भवती महिला की मौत हो गई।
भाजपा एमएलसी अमित गोरखे ने कहा, “दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल अच्छे इरादों से शुरू किया गया था, लेकिन कुछ लोगों की वजह से अस्पताल बदनाम हो रहा है। हाल ही में मेरे एक करीबी सहयोगी के साथ यह घटना हुई, जो अपनी पत्नी को भर्ती कराने अस्पताल गया था, जो दो बच्चों की मां बनने वाली थी।”
#WATCH | Pimpri Chinchwad, Maharashtra | A pregnant woman died allegedly after Deenanath Mangeshkar Hospital in Pune denied treatment over lack of money
BJP MLC Amit Gorkhe says, “Deenanath Mangeshkar Hospital was started with good intentions, but the hospital is getting defamed… pic.twitter.com/l7Yr2I8GBy
— ANI (@ANI) April 4, 2025
अमित गोरखे ने आगे कहा ” गर्भवती मां से 20 लाख रुपये मांगे गए। 10 लाख रुपये की रसीद देने के बाद भी उसे इलाज से मना कर दिया गया। मैंने मेडिकल स्टाफ को भी बुलाया, लेकिन उन्होंने इस पर विचार नहीं किया। इस दौरान दंपति ने 2-3 अस्पताल बदले, जिस दौरान यह घटना हुई। मेरा सीधा आरोप दीनानाथ अस्पताल के डॉक्टरों और स्टाफ पर है। इस बारे में मेरी सीएम देवेंद्र फडणवीस से चर्चा हुई, जिन्होंने कहा कि इसकी जांच के लिए एक जांच समिति गठित की जाएगी और दोषी पाए जाने वाले स्टाफ और डॉक्टरों पर तत्काल कार्रवाई की जाएगी। मैं मांग करता हूं कि ऐसे डॉक्टरों को तुरंत बर्खास्त किया जाए। ऐसे अस्पतालों का मासिक ऑडिट होना चाहिए।”
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दीनानाथ मंगेशकर अस्पताल मामले पर महाराष्ट्र के मंत्री और राज्य भाजपा प्रमुख चंद्रशेखर बावनकुले ने कहा, “यह एक दुर्भाग्यपूर्ण घटना है। डॉक्टरों का आचरण गलत था और इलाज से इनकार किया गया, जिसके कारण मौत हुई। मुख्यमंत्री ने मामले में हस्तक्षेप किया है। जिम्मेदार लोगों के खिलाफ सख्त कार्रवाई की जाएगी और ऐसी घटनाएं बर्दाश्त नहीं की जाएंगी।”