उद्धव ठाकरे व सचिन अहीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
मुंबई: महाराष्ट्र के विधानसभा चुनाव में शर्मनाक शिकस्त के बाद अब विपक्षी गठबंधन महाविकास आघाड़ी (MVA) में शामिल सियासी दलों की आखिरी उम्मीद निकट भविष्य में होने वाले स्थानीय निकाय (मनपा) चुनावों पर टिक गई हैं। लेकिन निकाय चुनाव अपने दम पर लड़ें या फिर एक बार फिर से गठबंधन को आजमाया जाए, इस दुविधा में विपक्षी दलों के नेता उलझे हुए हैं।
इस बीच अब शिवसेना (यूबीटी) के नेता व विधायक सचिन अहिर ने बयान देकर ऐसे संकेत दिए हैं कि शिवसेना (यूबीटी) निकाय चुनाव महा विकास अघाड़ी से अलग होकर अपने दम पर अकेले लड़ सकती है। हालांकि अहिर ने अपना बयान पुणे के पिंपरी-चिंचवड मनपा के संदर्भ में दिया है लेकिन इसे मुंबई, ठाणे मनपा सहित पूरे महाराष्ट्र के निकाय चुनावों से जोड़ कर देखा जा रहा है।
पिंपरी चिंचवड़ के दौरे पर आए शिवसेना (यूबीटी) के पुणे जिला संपर्क प्रमुख सचिन अहीर ने आगामी मनपा चुनाव के मद्देनजर मंगलवार को शहर के पदाधिकारियों के साथ पिंपरी-चिंचवड़ शिवसेना भवन बैठक की। उन्होंने कहा कि “सहयोगी दलों के साथ गठबंधन करना है, लेकिन वे आगे साथ बने रहेंगे या नहीं, ये मैं नहीं कह सकता हूं। इसलिए ऐसी भी सोच बन रही है कि चुनाव स्वतंत्र रूप से लड़ा जाए।”
शिवसेना (यूबीटी) के विधायक सचिन अहीर ने कहा कि अकेले चुनाव लड़ना है या नहीं, इस पर पूर्व मुख्यमंत्री एवं शिवसेना (यूबीटी) के पक्ष प्रमुख उद्धव ठाकरे 23 जनवरी को अंतिम निर्णय लेंगे।
गठबंधन से नुकसान का राग महा विकास अघाड़ी में शामिल सभी घटक दलों के नेता अलाप रहे हैं। शिवसेना (यूबीटी) के सांसद व प्रवक्ता संजय राउत विधानसभा चुनाव 2024 के बाद कई बार अपने दम पर मनपा चुनाव लड़ने का दावा कर चुके हैं।
बता दें कि पिछले दिनों शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत और कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार ने एक-दूसरे के खिलाफ बयान दिए थे। विजय वडेट्टीवार ने कहा था कि बीजेपी ने शिवसेना और उद्धव ठाकरे को खत्म कर दिया।
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इसके बाद संजय राउत ने वडेट्टीवार पर पलटवार करते हुए कहा कि शिवसेना और उद्धव ठाकरे कभी खत्म नहीं होंगे। संजय राउत ने सवाल किया कि खुद कांग्रेस आज कहां है? बालासाहेब ठाकरे को खत्म करने की कोशिश कांग्रेस के दौर में भी की गई और अब उद्धव के खत्म होने की बात कांग्रेस के लोग कर रहे हैं।