नितेश राणे और मनोज जरांगे (फोटो: सोशल मीडिया)
मुंबई. मराठा आंदोलनकारी मनोज जरांगे पाटिल के खिलाफ बीजेपी सांसद व पूर्व केंद्रीय मंत्री नारायण राणे और उनके विधायक पुत्र नितेश राणे ने अब खुल कर लड़ाई छेड़ दी है। जरांगे के मराठवाडा में जाकर सबक सिखाने का ऐलान कर चुके नारायण राणे ने शुक्रवार को अपने मराठवाडा दोरे का कार्यक्रम घोषित किया तो वहीं अब नितेश ने जरांगे की तमाम चेतावनियों को ठेंगा दिखाते हुए उन्हें आधुनिक युग का जिन्ना बता दिया है।
नितेश राणे ने यह भी कहा कि नारायण राणे को मराठा आरक्षण मिल गया जबकि मनोज जरांगे गोधूलि में थे। नितेश का आरोप है कि मराठों के लिए आरक्षण की बात करनेवाले जरांगे मराठों के कंधों पर बंदूक रखकर मुसलमानों के आरक्षण की लड़ाई लड़ रहे हैं। उनके आंदोलन से मुसलमानों को ज्यादा लाभ हुआ है। इसलिए अब उनकी दाढ़ी को देखकर शक होने लगा है कि वे सचमुच मराठा हैं या आधुनिक मोहम्मद अली जिन्ना? पत्रकारों के समक्ष ऐसा तंज कसते हुए नितेश ने कहा कि मराठा समाज में भी लोग ऐसा सवाल उठाने लगे हैं कि हमारे समाज में आधुनिक मुहम्मद अली जिन्ना तो नहीं आ गया ना? उन्होंने आगे कहा कि जब जरांगे बच्चे थे तब नारायण राणे मे मराठा समाज को आरक्षण दिलाया। नारायण राणे और प्रवीण दरेकर सच कह रहे थे कि जरांगे मराठा समाज को जागरूक कर रहे हैं।
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इस दौरान नितेश ने कहा कि मुंबई पुलिस के पूर्व आयुक्त परमबीर सिंह, महाविकास आघाड़ी का पर्दाफाश कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि परमबीर सिंह ने एक इंटरव्यू के दौरान खुलकर चुनौती देते हुए कहा कि वह नार्को टेस्ट के लिए तैयार हैं। इस दौरान सिंह ने कई गुप्त धमाके भी किए। सिंह ने कल बताया कि एमवीए के दौरान वसूली कैसे की जाती थी। इसके साथ उन्होंने उद्धव अनिल देशमुख, संजय राऊत को ललकारते हुए कहा कि यदि आप सच में मर्द हैं तो परमबीर सिंह के साथ नार्को टेस्ट कराएं।
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नितेश ने कहा कि एमवीए के नेता उस समय क्या कर रहे थे, यह 90 फीसदी सामने आ गया तो क्या करेंगे? दिशा सालियान और सुशांत सिंह की हत्या के दौरान परमवीर सिंह कमिश्नर थे। उन्हें सब पता है कि तब क्या हुआ था। उस घटना से जुड़े फुटेज एमवीए के जिस नेता के पास है, वह उस फुटेज का इस्तेमाल उद्धव को ब्लैकमेल करने के लिए कर सकता है।