नाना पटोले (ANI Photo)
मुंबई: महाराष्ट्र प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले (Nana Patole) के एक सनसनीखेज बयान से आघाडी सरकार में तनाव पैदा हो गया है। उन्होंने कहा है कि कहने को तो आघाडी में सहयोगी दल राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (एनसीपी) हमारी मित्र है, लेकिन दरअसल एनसीपी (NCP) ने पीठ में खंजर घोपने का काम कर रही है। नाना पटोले ने कहा है कि वे इस बारे में जरूर एनसीपी नेताओं से जवाब मांगेंगे।
प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष पटोले की नाराजगी की बड़ी वजह यह उनके गृह क्षेत्र गोंदिया (Gondia) के जिला परिषद चुनाव (Zilla Parishad Elections) में एनसीपी ने बीजेपी से हाथ मिला लिया और इस वजह से कांग्रेस प्रत्याशी को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस को लगता है कि बीजेपी के इस सेटिंग के पीछे एनसीपी के राज्यसभा सांसद और गोंदिया के कद्दावर नेता प्रफुल्ल पटेल का हाथ है। यही कारण है कि पटोले के तेवर काफी आक्रामक हैं और उन्होंने इस बारे में एनसीपी से बात करने का ऐलान किया है।
गोंदिया जिला परिषद के अध्यक्ष के चुनाव में एनसीपी ने आघाडी की विरोधी दल बीजेपी से हाथ मिला लिया जिससे प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष नाना पटोले काफी नाराज हैं। गोंदिया जिला परिषद चुनाव में बीजेपी के पंकज रहंगदले को अध्यक्ष और एनसीपी के यशवंत गुणवीर को उपाध्यक्ष चुना गया। बीजेपी और एनसीपी के साथ आने से कांग्रेस प्रत्याशी उषा मेंधे को हार का सामना करना पड़ा है। कांग्रेस को 13 मत मिले, जबकि भाजपा को 40 मत मिले हैं।
[blockquote content=”स्थानीय स्तर पर होने वाले चुनाव में कभी इस तरह के समझौते करने पड़ते हैं, लेकिन इस पर तुरंत आक्रामक भूमिका लेना सही नहीं है। बीजेपी के खिलाफ महाविकास आघाडी में शामिल तीनों दल एकजुट हैं। हम जोर देते हैं कि तीनों दलों को एक साथ आना चाहिए, लेकिन गोंदिया में कांग्रेस और एनसीपी एक साथ क्यों नहीं आ सके। वहां ऐसी स्थिति क्यों पैदा हुई है। प्रफुल्ल पटेल फ़िलहाल विदेश में हैं। ऐसे में उनके लौटने के बाद हम इस बारे में विस्तार से चर्चा करेंगे।” pic=”” name=” -जयंत पाटिल, एनसीपी प्रदेश अध्यक्ष”]
[blockquote content=”महाविकास आघाडी में एक नहीं, बल्कि तीन दलों की सरकार है। ऐसे में आघाडी में शामिल दलों के बीच थोड़ा संघर्ष होना लाजमी है। इस मामले को ज्यादा तूल देने की जरुरत नहीं है। ” pic=”” name=”-छगन भुजबल, कैबिनेट मंत्री, महाराष्ट्र “]