प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
NAREDCO Nashik Hindi News: मशहूर मराठी एक्ट्रेस श्रुति मराठे ने NAREDCO नासिक द्वारा ऑर्गनाइज़ ‘होमथॉन प्रॉपर्टी एक्सपो 2025’ में शिरकत की। इस मौके पर ऑर्गनाइज एक खास प्रोग्राम में भूषण मतकारी ने श्रुति मराठे का एक कैंडिड इंटरव्यू लिया। इस इंटरव्यू में उन्होंने बहुत ही इमोशनल और इंस्पायरिंग शब्दों में अपने घर, सपने, स्ट्रगल और बसने के अपने एक्सपीरियंस को बताया। श्रुति मराठे ने कहा कि मैं नासिक शहर को दिल से प्यार करती हूं। मैं कई बार प्रोग्राम के लिए नासिक आती हूं और मैं यहां जरूर बसना चाहूंगी।
उन्होंने आगे नासिक के लोगों को मैसेज दिया कि अपना घर होना बहुत जरूरी है। इस NAREDCO एक्सपो के जरिए अपने सपनों का घर पूरा करे। इंटरव्यू के बाद, एक्ट्रेस श्रुति मराठे ने प्रॉपर्टी बुक करने वाले लकी विनर्स में से एक को चांदी का सिक्का दिया। इससे पहले, NAREDCO के ऑफिस वालों ने उन्हें पैठानी और फूलों का गुलदस्ता देकर सम्मानित किया। इस प्रोग्राम में नासिक पुलिस फोर्स के DCP किशोर काले और मोनिका राउत भी शामिल हुए।
प्रोग्राम के लिए को-कोऑर्डिनेटर अभय नेरकर ने वोट किया, इस मौके पर प्रेसिडेंट सुनील गावडे, कोऑर्डिनेटर जयेश ठक्कर, को कोऑर्डिनेटर उदय शाह, मर्जियन पटेल, अभय नेरकर, चेयरमैन अभय तातेड, सेक्रेटरी शांतनु देशपांडे, ट्रेजरर भूषण महाजन, भाविक ठक्कर, पुरुषोतम देशपांडे, हर्षल ढाडे, प्रसन्ना साईखेकर, प्रशांत पाटिल, मुकुंद साबू, पंकज जाधव, ताराचंद गुप्ता, परेश शाह, राजेंद्र बागड, मयूर कपाटे, नितिन सोनावणे, शशांक देशपांडे और दूसरे जाने-माने लोग मौजूद थे।
मंत्री गिरीश महाजन ने NAREDCO नासिक द्वारा आयोजित ‘होमथॉन प्रॉपर्टी एक्सपो 2025’ का दौरा किया। उस समय, उन्होंने कहा कि नासिक शहर के पूरे और टिकाऊ विकास के लिए पर्यावरण के अनुकूल नीतियां बहुत जरूरी हैं और ‘ग्रीन नासिक’ का कॉन्सेप्ट सिर्फ़ नारों तक सीमित नहीं है, बल्कि इसे अमल में लाया जा रहा है।
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पेड़ लगाने पर अपना स्टैंड बताते हुए उन्होंने कहा, “मैं नासिक में लगाने के लिए आंध्र प्रदेश से 15,000 बड़े पौधे लाया हूँ, और शहर के अलग-अलग हिस्सों में हर दिन पेड़ लगाने का काम चल रहा है। हमारा इरादा है कि भविष्य में यह संख्या सिर्फ 15,000 नहीं, बल्कि 20,000, 40,000 और यहां तक कि 50,000 तक बढ़ाई जाए। पेड़ लगाने की यह पहल तब तक जारी रहेगी जब तक लोग संतुष्ट नहीं हो जाते।