नाशिक की गुत्थी सुलझती नहीं, बार संचालकों का अपहरण और गोलीबारी का मामला गरमाया
Nashik News: सातपुर स्थित आईटीआइ सिग्नल के पास होटल ऑरा बार गोलीबारी और फिरौती मामले में गिरफ्तार आरोपी प्रकाश लोंढे और उसके साथियों को कोर्ट में पेश किया गया। पुलिस हिरासत खत्म होने के बाद मंगलवार 14 अक्टूबर को इसे अदालत में पेश किया गया था, जिसके बाद कोर्ट ने सभी आरोपियों की पुलिस हिरासत 17 अक्टूबर तक बढ़ा दी है।
यह घटना रविवार 5 अक्टूबर की रात करीब डेढ़ बजे आईटीआइ सिग्नल क्षेत्र में घटी थी। ‘प्रोटेक्शन मनी’ (हफ्ता वसूली) को लेकर हुए विवाद में भूषण लोंढे और उसके गिरोह ने बार के बाहर ग्राहक वरुण तिवारी पर गोली चलाकर उसे घायल कर दिया था। इसके अलावा आरोपियों ने बार संचालक पटेल और शर्मा से 10 प्रतिशत हिस्सेदारी के रूप में फिरौती भी वसूली थी। इस मामले में हत्या के प्रयास और फिरौती के तहत सातपुर पुलिस स्टेशन में मामला दर्ज किया गया था।
गोलीबारी की घटना के अगले ही दिन सोमवार 6 अक्टूबर को एक और सनसनीखेज मामला सामने आया था। ऑरा बार के संचालक बिपिन पुरुषोत्तम पटेल और संजय शर्मा के परिवार के सदस्यों को संदिग्ध प्रकाश लोंढे और उसके 4 साथियों ने कथित तौर पर अपहरण कर बंधक बना लिया था। इस संबंध में बुधवार 8 अक्टूबर को दूसरा मामला भी दर्ज किया गया था। जांच में यह भी सामने आया है कि आरोपी प्रकाश लोंढे राजनीतिक दबाव का इस्तेमाल करता था, जबकि उसके बेटे और साथी अन्य लोगों की मदद से हफ्ता वसूली करते थे। इस पूरे मामले में प्रकाश लोंढे, दीपक लोंढे, संतोष पवार, अमोल पगारे, देवेश शिरताटे और शुभम गोसावी को पुलिस ने हिरासत में लिया था।
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हालांकि, गिरोह का मुख्य सूत्रधार भूषण लोंढे अभी भी फरार है। मंगलवार को जब इन सभी संदिग्धों को कोर्ट में पेश किया गया, तो न्यायालय ने उन्हें शुक्रवार 17 अक्टूबर तक के लिए पुलिस हिरासत में भेज दिया। इसी मामले में एक अन्य संदिग्ध सनी विट्ठलकर को भी क्राइम ब्रांच ने हिरासत में लिया है और देर रात तक उसकी गिरफ्तारी की प्रक्रिया जारी थी।