प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Nashik News: नाशिक पुलिस का एक पैटर्न इन दिनों चर्चा में है, जहां कथित तौर पर अपराधियों और राजनीतिक समर्थन वाले संदिग्धों को चाय-पे-चर्चा के लिए बुलाकर उनको सम्मानित किया जा रहा है. इस पैटर्न के चलते कुछ पुलिसकर्मियों ने खाकी का खौफ सार्वभौमिक रूप से दिखाना शुरू कर दिया है, जिस पर पुलिस आयुक्त ने सख्त रुख अपनाया है.
भाईगिरी करने वाले एक व्यक्ति को पुलिस स्टेशन लाकर दबंगाई दिखाने वाले ‘रील स्टार’ पुलिसकर्मी को यह ‘प्रसाद’ महंगा पड़ गया है. उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश दिए गए हैं और अब उसे नियंत्रण कक्ष (कंट्रोल रूम) में स्थानांतरित कर दिया गया है. इस कार्रवाई से अन्य अधिकारियों और कर्मचारियों में भी हड़कंप मच गया है.
अक्टूबर महीने की शुरुआत से ही शहर में ‘नाशिक जिल्ला, कायद्याचा बालेकिल्ला’ कहने वाले संदिग्धों के वायरल हो रहे वीडियो पूरे राज्य में चर्चा का विषय बने हुए हैं. शुरुआत में पुलिस की कार्रवाई से लोगों में खौफ, सम्मान और जिज्ञासा पैदा हुई थी.
हालांकि, धीरे-धीरे यह देखने को मिला कि मामूली अपराधों में भी संदिग्धों को पकड़कर उन्हें धमकी देकर ‘कायद्याचा बालेकिल्ला’ कहलवाने वाले वीडियो सामने आने लगे. कानून की नजर में सभी अपराधी भले ही एक समान हों, लेकिन कुछ पुलिस टीमों ने ही पुलिस आयुक्तालय की सख्त कार्रवाई की ‘गरिमा’ को कम किया.
गौरतलब है कि क्राइम ब्रांच की कई ‘बड़ी’ कार्रवाइयों के दौरान कोई दबंगाई और गुंडाप्रवृत्ती से संबंधी वीडियो सामने नहीं आया था. केवल कोर्ट में पेश करते समय संदिग्धों ने खुद ‘नाशिक जिल्ला काद्याचा बालेकिल्ला’ कहा था, जिसके वीडियो वायरल हुए थे. दिवाली के दौरान पुराने नाशिक इलाके से एक ‘गली के भाई’ का वीडियो वायरल हुआ था.
जिसमें वह एक गली के विवाद में एक बुजुर्ग महिला के सामने एक युवक को धमकी देते हुए कह रहा था, किसके भी पास जा. मैं किसको नहीं डरता. 112 को भी नहीं डरता. इस व्यक्ति को पुलिस स्टेशन लाए जाने के बाद, ‘पुलिस का खौफ’ दिखाते हुए उसे पीटते हुए वीडियो बनाया गया और इंस्टाग्राम पर अपलोड कर दिया गया. इसी कारण यह पुलिसकर्मी मुश्किल में आ गया.
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पुलिस आयुक्त के स्पष्ट आदेश हैं कि ‘कानून को हाथ में न लें’, बावजूद इसके ‘रील स्टार’ पुलिसकर्मी ने ‘दबंगगिरी’ दिखाई, जिसके चलते उसके खिलाफ विभागीय जांच के आदेश जारी किए गए हैं. उसे अब नियंत्रण कक्ष में स्थानांतरित कर दिया गया है और पता चला है कि वहां के वरिष्ठ पुलिस निरीक्षक को भी फटकार लगाई गई है.