तेंदुआ (सौजन्यः सोशल मीडिया)
Nashik News: नासिक जिले के वडनेर दुमाला शिवार में तेंदुए द्वारा एक जवान के दो वर्षीय बच्चे को उठाकर ले जाने की घटना ने पूरे क्षेत्र में आक्रोश निर्माण किया है। गुरुवार 25 सितंबर को स्थानीय नागरिकों ने वन विभाग के कार्यालय में धड़क मारते हुए तेंदुओं का स्थायी बंदोबस्त करने की मांग की। साथ ही चेतावनी दी कि यदि वन विभाग ने इस पर गंभीरता से ध्यान नहीं दिया तो तीव्र आंदोलन छेड़ा जाएगा।
वडनेर दुमाला स्थित आर्टिलरी सेंटर परिसर में जवानों के क्वार्टर हैं। मंगलवार रात करीब 9:30 बजे आंगन में खेल रहे दो वर्षीय बच्चे पर तेंदुए ने हमला कर उसे उठाकर ले गया। इसके बाद वन विभाग, सेना और पुलिस ने संयुक्त रूप से सर्च अभियान चलाया। करीब 11 घंटे की अथक कोशिशों के बाद बुधवार को जंगल से बच्चे का शव बरामद हुआ।
सिर्फ डेढ़ महीने में वडनेर दुमाला क्षेत्र से तेंदुए द्वारा दो छोटे बच्चों को उठाकर ले जाने की घटनाएं सामने आ चुकी हैं। राखी पूर्णिमा से कुछ दिन पहले भी इसी तरह की घटना के विरोध में नागरिकों ने मोर्चा निकाला था। इसके बावजूद तेंदुओं के हमले लगातार जारी हैं।
इस दर्दनाक घटना के बाद गुरुवार को करीब पचास नागरिक गडकरी चौक स्थित वन विभाग के कार्यालय पहुंचे। उन्होंने शिकायत की कि लगातार हो रहे तेंदुओं के हमलों से दहशत का वातावरण बना हुआ है। बच्चों का स्कूल जाना और महिलाओं-पुरुषों का खेतों में काम करना मुश्किल हो गया है। नागरिकों ने मांग की कि तेंदुओं का स्थायी बंदोबस्त किया जाए, अन्यथा उग्र आंदोलन किया जाएगा। इस संबंध में वन विभाग को ज्ञापन भी सौंपा गया।
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आर्टिलरी सेंटर क्षेत्र जंगल से घिरा होने के कारण यहां तेंदुओं का लगातार आना-जाना रहता है। सिर्फ वडनेर दुमाला ही नहीं बल्कि जय भवानी रोड और देवलाली कैंप जैसे इलाकों में भी तेंदुए देखे गए हैं। कई बार उनका स्वतंत्र विचरण सीसीटीवी कैमरों में कैद हुआ है। तेंदुओं के मानवों पर बढ़ते हमलों से स्थानीय नागरिकों में भय और चिंता का वातावरण फैल गया है।