बारिश ने खोली पोल, अब 'व्हाइट टॉपिंग' से चमकेंगी नासिक की सड़कें, 175 करोड़ का प्रोजेक्ट
Nashik News: कुंभ मेले की तैयारियों के तहत, नाशिक महानगरपालिका ने त्र्यंबक नाका सिग्नल से पिंपलगांव बहुला तक 9 किलोमीटर लंबी सड़क पर डामरीकरण के बजाय ‘व्हाइट टॉपिंग’ करने का फैसला किया है। यह निर्णय इसलिए लिया गया है ताकि सड़कें अधिक टिकाऊ हों। कुंभ मेला प्राधिकरण ने पहले इस सड़क के लिए 100 करोड़ रुपये मंजूर किए थे, लेकिन ‘व्हाइट टॉपिंग’ की वजह से लागत बढ़ गई है। अब 75 करोड़ रुपये की अतिरिक्त मांग के साथ कुल 175 करोड़ रुपये का प्रस्ताव प्राधिकरण को सौंपा गया है।
हाल ही में हुई बारिश के कारण त्र्यंबक नाका सिग्नल से पिंपलगांव बहुला तक की सड़कों पर बड़े-बड़े गड्ढे हो गए हैं, जिससे कुंभ मेले के लिए बनाई जाने वाली सड़कों की गुणवत्ता पर सवाल उठ रहे थे। इस स्थिति को देखते हुए, कुंभ मेला मंत्री गिरीश महाजन ने सड़कों के काम में डामर की जगह ‘व्हाइट टॉपिंग’ का उपयोग करने का सुझाव दिया।
सिंहस्थ प्राधिकरण ने मनपा को सड़क विकास के लिए 1,004 करोड़ रुपये मंजूर किए थे, जिसमें से 130 करोड़ रुपये के कामों के लिए टेंडर निकाले गए थे लेकिन टेंडर प्रक्रिया में क्लव टेंडरिंग होने के कारण गुणवत्ता पर सवाल उठे थे। इसलिए, मंत्री महाजन ने मुंबई की तर्ज पर सड़कों के लिए ‘व्हाइट टॉपिंग’ का सुझाव दिया, और अब व्यस्त सड़कों के काम को प्राथमिकता दी जा रही है।
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यह 9 किलोमीटर लंबी सड़क दो चरणों में बनाई जाएगी: पहला चरण गंजमाल सिग्नल से आईटीआई सिग्नल तक और दूसरा चरण आईटीआई सिग्नल से पिंपलगांव बहुला तक। नए फैसले के अनुसार, यह पूरी सड़क ‘व्हाइट टॉपिंग’ से बनाई जाएगी।