प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स: सोशल मीडिया )
Jain Pilgrimage Site Hindi News: जैन धर्म पूरी दुनिया को अहिंसा सिखाने वाले धर्म के तौर पर जाना जाता है। इस धर्म का दिया गया णमोकार मंत्र मशहूर है। परम पूज्य प्रज्ञाश्रम सर्वोदयी राष्ट्रसंत सारस्वताचार्य श्री 108 देवनंदी ने णमोकार महामंत्र पर आधारित तीर्थस्थल बनाने की इच्छा जताई थी।
इस तीर्थस्थल पर णमोकार मंत्र पर खास रिसर्च होनी चाहिए, आचायर्यों समेत मशहूर संतों और महापुरुषों की तस्वीरें और उनके बारे में जानकारी होनी चाहिए, इस तीर्थस्थल पर आस्था-शिक्षा-सेवा का संगम होना चाहिए और आस्था, ज्ञान और स्नेह दिखना चाहिए।
तीर्थस्थल बनाने के लिए नासिक के चांदवाड़ तहसील के मलासाने में जगह तय की गई थी जो अब बनकर तैयार हो चुका है और आने वाले कुछ दिनों के बाद भक्तों के लिए खोल दिया जाएगा।
| क्रम संख्या | तिथि | घटना |
|---|---|---|
| 1 | 6-25 फरवरी | पामोकार तीर्थ में प्राणप्रतिष्ठा |
| 2 | 10 दिसंबर | नासिक से शोभा यात्रा |
| 3 | – | पामोकार तीर्थ में 400 से ज्यादा जैन साधू रहेंगे |
इस स्वागत यात्रा को खास बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है। यात्रा के दौरान हाईवे पर जगह-जगह रंगोली बनाई जाएगी। इस यात्रा की कुछ खासियते है। इसमें 108 फुट लंबा धार्मिक झंडा, एक गुरुरथ, एक चलता-फिरता मंडप शामिल होगा।
फरवरी 2014 में मलासाने में णमोकार तीर्थ बनाने का शिलान्यास किया गया। णमोकार तीर्थ आखिरकार करीब 40 एकड़ में बनकर तैयार हो गया है और इस तीर्थ में 6 से 25 फरवरी 2026 तक प्राणप्रतिष्ठा और महामस्तकाभिषेक महोत्सव होगा।
णमोकार तीर्थ 6 फरवरी से भक्तों के लिए खुल जाएगा। इस महोत्सव में देश भर से 400 से ज्यादा दिगंबर जैन साधु मौजूद माजूद रहेंगे।
युगलमुनिश्री अमोधकीर्तिजी और अमरकीर्तिजी नासिक से पैदल णमोकार तीर्थ पहुंचेंगे। णमोकार तीर्थ पंचकल्याणक प्रतिष्ठा महोत्सव समिति युगलमुनिश्री का स्वागत करेगी, इन दोनों मुनिश्री के लिए 19 दिसंबर को नासिक से णमोकार तीर्थ तक 50 किलोमीटर की स्वागत यात्रा निकाली जाएगी।
स्वागत यात्रा 19 दिसंबर को नासिक के पास अडगांव से शुरू होगी। यह स्वागत यात्रा 21 दिसंबर को मालसाने में णमोकार तीर्थ पर खत्म होगी। इस स्वागत यात्रा को खास बनाने की पूरी कोशिश की जा रही है।
यात्रा के दौरान हाईवे पर जगह-जगह रंगोली बनाई जाएगी। इस यात्रा की कुछ खासियतें हैं। इसमें 108 फुट लंबा धार्मिक झंडा, एक गुरुरथ, एक चलता-फिरता मंडप शामिल होगा।
नासिक की कला और संस्कृति को दिखाने वाले भक्ति नृत्यों को भी जगह दी जाएगी। युगल मुनिश्री णमोकार तीर्थ में होने वाले प्राणप्रतिष्ठा महोत्सव के मुख्य मार्गदर्शक है।
चंदवाड़ तहसील के मालसाने में होने वाले 14 दिन के महामस्तकाभिषेक महोत्सव में देश भर से बड़ी संख्या में भक्त आएंगे। खड्गासन मुद्रा में अरिहंत भगवान की 46 फुट ऊंची मूर्ति इस णमोकार तीर्थ का आकर्षण है।
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इसके लिए 351 टन पत्थर का इस्तेमाल किया गया है। इस फेस्टिवल के लिए नासिक जिला प्रशासन की तरफ से पेश किए गए 36 करोड़ 65 लाख रुपये के प्लान को माइनॉरिटी डेवलपमेंट डिपार्टमेंट की धर्मक्षेत्र विकास योजना के तहत चीफ सेक्रेटरी राजेश अग्रवाल की हेड वाली हाई-लेवल कमेटी ने मंजूरी दे दी है।