मालेगांव में भाजपा (सौजन्य-IANS)
Nashik News: मालेगांव की राजनीति में पूर्व विधायक और ‘इस्लाम’ पार्टी के संस्थापक आसिफ शेख और भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के स्थानीय नेताओं के बीच तीखी बयानबाजी से उबाल आ गया है। आसिफ शेख द्वारा भाजपा को ‘फिरकापरस्त’ पार्टी कहे जाने के बाद भाजपा नेता भड़क गए और उन्होंने शेख को उनकी राजनीति और पार्टी के अस्तित्व को खत्म करने तक की सीधी चेतावनी दे डाली।
जवाब में, शेख ने भी उसी लहजे में पलटवार करते हुए चुनौती स्वीकार कर ली है। यह राजनीतिक हलचल मालेगांव महानगरपालिका के आगामी चुनावों के लिए अंतिम वार्ड संरचना घोषित होने के बाद शुरू हुई है। विपक्षी दलों का आरोप है कि वार्ड संरचना निष्पक्ष नहीं है और यह सत्तारूढ़ दल को लाभ पहुँचाने के इरादे से बनाई गई है।
आसिफ शेख ने भाजपा पर धार्मिक तनाव पैदा करके राजनीतिक रोटियों सेंकने का आरोप लगाया था। भाजपा के जिला अध्यक्ष नीलेश कचवे, महानगर प्रमुख देवा पाटिल और अन्य नेताओं ने प्रेस कॉन्फ्रेंस कर शेख के आरोपों को खारिज किया। उन्होंने तंज कसा कि सांप्रदायिकता का आरोप लगाने वाले शेख खुद सांप्रदायिक राजनीति को बढ़ावा दे रहे है।
भाजपा नेताओं ने चेतावनी दी कि वह भाजपा को बदनाम करना बंद करें, अन्यथा उन्हें मालेगाँव में घूमने नहीं दिया जाएगा और उनकी पार्टी के अस्तित्व को समाप्त कर दिया जाएगा। शेख ने भाजपा नेताओं की आलोचना को कौड़ी भर कीमत न देते हुए, उनके द्वारा दी गई चुनौती को स्वीकार कर लिया है।
उन्होंने आरोप लगाया कि भाजपा नेताओं ने केवल अपना महत्व बढ़ाने के लिए उन पर टीका-टिप्पणी की है। शेख दावा है कि शहर के मुस्लिम बहुल पूर्वी भाग में का कोई अस्तित्व नहीं है और पश्चिमी पट्टी भाजपा में भी उसकी स्थिति कमजोर है।
यह भी पढ़ें – रायगढ़ में गोगावले ने अजित को दी चोट, निकाय चुनाव से ठीक पहले तटकरे का ‘ट्रस्टेड’ आदमी बना बागी
शेख ने भाजपा को चुनौती देते हुए कहा कि दुनिया की सबसे बड़ी पार्टी होने का दावा करने वाली भाजपा, मालेगांव मनपा की 84 में से 25 सीटों पर चुनाव लड़कर दिखाए और उनमें से कम से कम 5 सीटें जीतकर दिखाए। भाजपा नेताओं की ‘घूमने नहीं देंगे’ वाली धमकी पर शेख ने पलटवार करते हुए कहा है कि अगर उनमें हिम्मत है, तो वे जगह और समय बताएँ, वह वहाँ जाने के लिए कभी भी तैयार हैं।