
प्रतीकात्मक तस्वीर ( सोर्स : सोशल मीडिया )
BJP Shiv Sena Alliance News: नासिक महानगरपालिका (NMC) चुनाव के लिए महायुति के भीतर सीटों के बंटवारे को लेकर जारी खींचतान अब निर्णायक मोड़ पर पहुंच गई है। भरोसेमंद सूत्रों के अनुसार, भाजपा और मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे के नेतृत्व वाली शिवसेना के बीच 85-37 के फॉर्मूले पर लगभग सहमति बन गई है।
हालांकि स्थानीय नेता अपनी-अपनी ताकत का दावा कर रहे हैं, लेकिन प्रदेश नेतृत्व ने चुनावी गणित को देखते हुए गठबंधन में ही लड़ने का मन बना लिया है।
शुरुआती बातचीत में शिंदे सेना ने मनपा की कुल 122 सीटों में से आधी यानी 60 सीटों की मांग रखी थी। लेकिन वरिष्ठ स्तर पर हुई चर्चा के बाद यह फॉर्मूला निकलकर आ रहा है कि भाजपा करीब 85 सीटों पर और शिंदे सेना 35 से 38 सीटों के बीच चुनाव लड़ेगी। कुंभ मेला मंत्री गिरीश महाजन और उपमुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे इस गठबंधन को सफल बनाने के लिए लगातार संपर्क में हैं,
सिर्फ महानगरपालिका ही नहीं, बल्कि आगामी जिला परिषद चुनावों में भी भाजपा ने अपनी रणनीति स्पष्ट कर दी है। जिले में अजित पवार गुट के 7 विधायक होने के कारण, भाजपा उन्हें जिला परिषद में समर्थन देकर सत्ता में हिस्सेदारी हासिल करने की कोशिश कर रही है। इससे महायुति के तीनों घटक दल जिले में एक मजबूत मौचर्चा पेश कर सकेंगे,
नासिक में सत्ताधारी गठबंधन के लिए सबसे बड़ी चुनौती उद्धव ठाकरे के नेतृत्व वाली शिवसेना और राज ठाकरे की मनसे का संभावित गठबंधन है। नासिक रोड और सातपुर जैसे इलाकों में इन दोनों पार्टियों का संगठन काफी मजबूत है।
महायुति के नेताओं का मानना है कि यदि वे अलग-अलग लड़े, तो वोटों का बंटवारा होगा जिसका सीधा फायदा विपक्षी गठबंधन को मिलेगा। इसी ‘वोट कटवा फैक्टर को रोकने के लिए महायुति हर हाल में सीट शेयरिंग फाइनल करना चाहती है।
पार्टी सूत्रों के मुताबिक, टिकटों का बंटवारा इस तरह से किया जा रहा है कि नाराज दावेदारों को बगावत – करने से रोका जा सके। दूसरी पार्टियों से आए – नेताओं को मिलाकर भाजपा के पास 75 मजबूत दावेदार है।
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शिवसेना के विभाजन के बाद शिंदे सेना 15 सीटों में से 10 भाजपा और 5 शिंदे सेना को देकर सभी प्रमुख चेहरों को चुनावी मैदान में उतारा जा सकता है।






