सातपुर : राज्य के सड़क यातायात विभाग के अतिरिक्त पुलिस महासंचालक कुलवंत कुमार सरंगल (Additional Director General of Police Kulwant Kumar Sarangal) ने कहा, राज्य में सड़क दुर्घटनाओं (Road Accidents) का प्रतिशत कम होकर, उसमें किसी की भी मौत न होने के लिए सभी ने यातायात सुरक्षा (Traffic Safety) विषयक नियमों का सख्ती से पालन करना होगा। इसके लिए पुलिस (Police) और एनजीओ (NGO) पहल करें। वे आयमा द्वारा रिक्रिएशन हॉल में आयोजित यातायात सुरक्षा और जनजागृति (Public Awareness) के लिए आयोजित चर्चा सत्र को मुंबई से ऑनलाइन संबोधित कर रहे थे। इस समय आयमा के अध्यक्ष निखिल पांचाल, पुलिस अधीक्षक सचिन पाटिल, भारतीय राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण के प्रकल्प अधिकारी बी. एस. सालुंखे, उपप्रादेशिक परिवहन अधिकारी वासुदेव भगत, नाशिक फर्स्ट के श्रीकांत करोडे, आयमा के महासचिव ललित बूब, बीओटी चेअरमन धनंजय बेले, आयमा के सड़क यातायात सुरक्षा नियोजन के अध्यक्ष गौरव धारकर, वरुण तलवार, रिसिलियंट इंडिया के राजीव चोबे, उपाध्यक्ष राजेंद्र पानसरे, राजेंद्र कोठावदे, राहुल गांगुर्डे, जितेंद्र शिर्के, संजय देशमुख, दिलीप वाघ, अविनाश मराठे, जयंत पगार, मनिष रावल, सिद्धेश रायकर, कुंदन डरंगे, धीरज वडनेरे, देवेंद्र विभुते, अशोक ब्राह्मणकर, अजय यादव, मनोज मुले, संजय सोनवणे आदि उपस्थित थे।
सरंगल ने आगे कहा, सड़क दुर्घटना न हो इसलिए स्पीड कैप्चर मशीन हर एक जिले में बैठाया जाएगा। पब्लिक, प्राइवेट पार्टनरशिप द्वारा (पीपीपी) और कैमरे बिठाकर हर एक जिले में अधिक से अधिक कैमरे उपलब्ध किए जाएंगे। ताकि यातायात नियमों का उल्लंघन करने वालों पर कार्रवाई की जा सके। पुलिस अधीक्षक सचिन पाटिल ने कहा, सड़क सुरक्षा को लेकर शालेय स्तर से ही जनजागृति होना जरूरी है। अमेरिका में सबसे अधिक सड़क दुर्घटनाएं होती है, लेकिन वहां पर मौत का प्रतिशत बहुत कम है। इसकी तुलना में भारत में सड़क दुर्घटना का प्रतिशत कम है, लेकिन मरने वालों की संख्या अधिक है। सड़क दुर्घटना टालने के लिए अलग-अलग स्तर पर प्रयास करना होगा। बड़े तौर पर ट्रामा केयर युनिट शुरू करने होंगे। दुर्घटना के बाद घायलों को तुरंत प्रथमोपचार कैसे मिलेंगे? इस बारे में यंत्रणा खड़ी करनी होगी।
आयमा के अध्यक्ष निखिल पांचाल ने दुर्घटना और मौत का प्रतिशत कम करने के बारे में आयमा की भूमिका स्पष्ट की। रिसिलिअंट इंडिया के राजीव चोबे, नाशिक फर्स्ट के श्रीकांत करोडे, उप प्रादेशिक परिवहन अधिकारी वासुदेव भगत, राष्ट्रीय महामार्ग प्राधिकरण के बी. एस. सालुंके आदि ने विस्तृत जानकारी दी। संचालन गौरव धारकर तो आभार ललित बूब ने व्यक्त किए।