1500वीं गंबर जयंती (pic credit; social mediaO)
Maharashtra News: ईद-ए-मिलादुन्नबी, जो पैगंबर मुहम्मद के जन्मदिन के रूप में मनाया जाता है, शहर में धूमधाम और उल्लास के साथ मनाया जा रहा है। यह इस्लाम धर्म का महत्वपूर्ण त्योहार है और इसे हिजरी कैलेंडर के तीसरे महीने, रबी-उल-अव्वल की 12वीं तारीख को मनाया जाता है। इस दिन मुसलमान पैगंबर मुहम्मद के जीवन, उनके आदर्शों और मानवता के प्रति उनके योगदान को याद करते हैं।
इस अवसर पर शहर में धार्मिक सभाएं आयोजित की जा रही हैं। विद्वान पैगंबर के जीवन और उनके संदेशों पर भाषण देते हैं। साथ ही गरीबों और जरूरतमंदों को दान दिया जाता है, जिससे भाईचारे और सद्भाव का संदेश फैलता है। सुन्नी और शिया समुदायों में जश्न मनाने की तारीख में थोड़ा अंतर हो सकता है, लेकिन महत्व समान है।
नाशिक शहर के चौक मंडई से आज दोपहर 2 बजे जुलूस-ए-मुहम्मदी निकाला जाएगा। यह जुलूस चौक मंडई से बागवानपुरा, कठडा, शिवाजी चौक, काजीपुरा, कोकणीपुरा, खडकाली और दूध बाजार होते हुए बड़ी दरगाह शरीफ तक जाएगा। शहर के मुस्लिम बहुल इलाकों में भव्य सजावट और आकर्षक बिजली की रोशनी की गई है। मस्जिदों, दरगाह शरीफ, दुकानों, घरों और गलियों को रोशन किया गया है। सड़कों पर हरे, लाल और सफेद रंग के इस्लामी झंडे और पताके लगाए गए हैं, जबकि जगह-जगह स्वागत मेहराब भी बनाए गए हैं।
इसे भी पढ़ें- नासिक में ईद-ए-मिलाद और अनंत चतुर्दशी एक साथ, 48 घंटे ड्यूटी पर रहेगा पुलिस बल
इस साल पैगंबर जयंती का 1500वां वर्ष है, इसलिए त्योहार खास उत्साह और श्रद्धा के साथ मनाया जा रहा है। खतीब-ए-शहर हाफिज हिसामोद्दीन अशरफी ने ईद के दिन को अमन दिवस के रूप में मनाने की अपील की।
पुलिस आयुक्त संदीप कर्णिक ने सभी से शांतिपूर्ण जुलूस निकालने और डीजे पर प्रतिबंध का पालन करने का अनुरोध किया। उन्होंने बताया कि जुलूसों पर सीसीटीवी कैमरों और ड्रोन के माध्यम से निगरानी रखी जाएगी, और वाहनों से हुड़दंग मचाने वालों पर कड़ी कार्रवाई की जाएगी।
शहरवासियों ने सजावट और उत्सव को लेकर उत्साह दिखाया है, वहीं प्रशासन ने सुरक्षा और शांति बनाए रखने के लिए व्यापक इंतजाम किए हैं। यह त्योहार समाज में भाईचारा और सद्भाव का संदेश फैलाने का अवसर बन रहा है।