प्रतीकात्मक तस्वीर (सोर्स: सोशल मीडिया)
Nashik News: एकलहरे औष्णिक (थर्मल) वीज निर्मिती केंद्र में नौकरी पाने वाले एक कर्मचारी द्वारा फर्जी चारित्र्य पडताळणी प्रमाणपत्र (चरित्र सत्यापन प्रमाणपत्र) प्रस्तुत करने का धक्कादायक मामला सामने आया है. यह प्रकरण तब उजागर हुआ जब शहर पुलिस आयुक्त संदीप कर्णिक द्वारा नागरिकों की शिकायतों के लिए उपलब्ध कराए गए व्हॉट्सअॅप क्रमांक पर एक तक्रार प्राप्त हुई. इस शिकायत की जांच नाशिकरोड पुलिस ठाणे के वरिष्ठ निरीक्षक जितेंद्र सपकाळे ने की, जिसके दौरान यह फर्जीवाड़ा सामने आया.
आरोपी का नाम भानुदास बहिरू ढोकणे (न्यू सामनगाव, एकलहरे रोड) बताया गया है. उसके खिलाफ पुलिस हवालदार विशाल साळुंखे की फिर्याद पर महाराष्ट्र पुलिस, एकलहरे औष्णिक वीज केंद्र और राज्य शासन के साथ धोखाधड़ी के आरोप में मामला दर्ज किया गया है. भानुदास ढोकणे ने एस.एस.जी. इंजिनीयरिंग अँड कॉन्ट्रॅक्ट कंपनी के माध्यम से पावर स्टेशन में नौकरी प्राप्त की थी. इसके लिए आवश्यक पुलिस चरित्र प्रमाणपत्र उन्होंने जमा किया था.
जांच में पता चला कि मालेगांव और सिन्नर पुलिस ठाणों में आरोपी के खिलाफ आपराधिक मामले दर्ज हैं, इसके बावजूद उन्होंने पुलिस विभाग का फर्जी चरित्र प्रमाणपत्र बनवाकर नौकरी हासिल की. शहर पुलिस की गुप्त शाखा के पोलिस हवालदार विशाल साळुंखे ने जब प्रमाणपत्र की शहानिशा की, तो इसमें कई गंभीर विसंगतियां पाई गईं.
यह भी पढ़ें- Reels के पागलपन ने ली जान, ट्रेन के सामने खतरनाक वीडियो बनाते समय कटकर युवक की मौत
जब पुलिस ने आरोपी द्वारा पावर स्टेशन में जमा किए गए प्रमाणपत्र की प्रत मंगाई, तो उसमें युवराज पत्की के स्थान पर भारतसिंग कालसिंग पराडके की डिजिटल स्वाक्षरी पाई गई. इसके अलावा प्रकरण क्रमांक, दिनांक, मजकूर, निवास अवधि और शेरा (टिप्पणी) आदि में भी फेरफार (छेड़छाड़) की गई थी. इस तरह आरोपी ने दस्तावेज़ों में बदलाव कर बनावटी चरित्र प्रमाणपत्र प्रस्तुत किया और धोखाधड़ी से नौकरी हासिल की.