
नाशिक : लोकपाल (Lokpal) और लोकायुक्त (Lokayukta) विधेयक (Bill) को अमल में लाने के लिए केंद्र सरकार (Central Government) पर दबाव बढ़ाएंगे, ऐसा प्रतिपादन ज्येष्ठ समाजसेवक अन्ना हजारे (Anna Hazare) ने किया। अधिनियम 2019 की पुस्तिका विमोचन समारोह में अन्ना हजारे ने उक्त उद्गार व्यक्त किए। रालेगणसिद्धी में भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन न्यास की ओर से अधिनियम-19 नामक पुस्तिका (Booklet) का प्रकाशन का गया है। इस पुस्तिका में लोकपाल कानून के संदर्भ में पूरी जानकारी दी गई है।
प्रस्तुत पुस्तिका में लोकपाल विधेयक के संदर्भ में भी शिकायतें भी की गई है। इस संदर्भ में पुस्तिका में आवेदन भी प्रकाशित किया गया है। पुस्तिका में विधेयक जनता तक कैसे पहुंचाया इसकी जानकारी भी दी गई है। विधेयक लोगों तक पहुंचना चाहिए, इसी उद्देश्य को सामने रखकर उक्त पुस्तिका का प्रकाशन किया गया है। केंद्र सरकार के इस विधेयक के बारे में जनजागृति और प्रबोधन हो का भी उल्लेख पुस्तिका में किया गया है। उन्होंने यह भी कहा कि केंद्र सरकार लोकपाल विधेयक को ज्यादा से ज्यादा लोगों तक पहुंचने से रोकने की कोशिश कर रही है।
पुस्तिका की कीमत 169 रुपए रखी गई है, इससे पता चलता है कि केंद्र सरकार लोकपाल अधिनियम के प्रति उदासीन है। हजारे ने इस संदर्भ में आगे कहा कि लोकपाल विधेयक संबंधी आंदोलन को कार्यकर्ताओं के माध्यम से आगे ले जाने की जरूरत है। उन्होंने कहा कि इस बारे में पूरे भारत में इसे उपलब्ध कराने के लिए एक जन आंदोलन किया जाना बहुत जरूरी हो गया है। पुस्तिका विमोचन कार्यक्रम का आयोजन शिवाजी खेडकर ने किया।
परिचयात्मक भाषण संदीप जगताप और अविनाश पासकर ने दिया। नाशिक जिला भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन के जिला अध्यक्ष निशिकांत पगारे ने धन्यवाद ज्ञापित किया। कार्यक्रम में राज्य भर से भ्रष्टाचार विरोधी जन आंदोलन के प्रतिनिधि उपस्थित थे।






