हिंदी की अनिवार्यता के बाद अब टीचर्स के लिए 'ड्रेस कोड'।
मुंबई: महाराष्ट्र सरकार शिक्षा विभाग का कायाकल्प करने की दिशा में हर संभव प्रयास करने में जुटी है। हिंदी भाषा की अनिवार्यता के तुरंत बाद अब एक और आदेश जारी कर दिया गया है। महाराष्ट्र सरकार अब सरकारी टीचर्स के लिए एकसमान ड्रेस कोड प्लान कर रही है। शिक्षा मंत्री दादाजी भूसे ने एक कार्यक्रम में सरकार की इस नई योजना के संकेत दिए। बता दें कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में टीचर्स के लिए ड्रेस कोड लागू हो चुका है। हिमाचल प्रदेश के बाद महाराष्ट्र में भी टीचर्स के लिए ड्रेस कोड लागू करने की तैयारी है। मालेगांव में एक स्कूल के कार्यक्रम में प्रदेश के शालेय शिक्षा मंत्री दादाजी भूसे ने यह बयान दिया।
कार्यक्रम में उपस्थित लोगों को संबोधित करते हुए मंत्री दादाजी भूसे ने कहा कि आपके गांव और स्कूल के पूरे स्टाफ का अभिनंदन करना है। क्योंकि आप एक यूनिफॉर्म में नजर आने वाले हैं। शिक्षक और शिक्षिकाएं सब एक यूनिफॉर्म में, ड्रेस कोड में हैं। आप सभी को देखकर में घोषणा करता हूं कि हम राज्यव्यापी ड्रेस कोड लागू करेंगे। शिक्षा अधिकारी साहब, अब हमारे शिक्षकों को भी यूनिफॉर्म में आना पड़ेगा और परेशान न हों, इस व्यवस्था के लिए हम निधि भी देंगे। उन्होंने याद दिलाते हुए कहा कि हिमाचल प्रदेश इस मामले में आगे निकल चुका है।
बता दें कि हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में टीचर्स के जींस, टी-शर्ट और रंग-बिरंगे कपड़े पहनने पर बैन लग गया है। अब सरकारी स्कूलों के टीचर्स ड्रेस कोड में दिखाई देंगे। काफी लंबे समय और प्रयास के बाद कांग्रेस की सुक्खू सरकार ने ड्रेस कोड लागू करने का आदेश जारी किया है। 17 अप्रैल 2025 को हिमाचल प्रदेश शिक्षा विभाग के संयुक्त सचिव सुनील वर्मा ने यह आदेश जारी किए हैं।
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आदेशों में कहा गया है कि सरकारी स्कूलों में नियुक्त शिक्षकों को ड्रेस कोड फॉलो करना है, लेकिन यह अनिवार्य नहीं है। स्कूल स्वेच्छा से टीचर्स पर ड्रेस कोड लागू कर सकते हैं। क्योंकि छात्र शिक्षकों को रोल मॉडल के रूप में देखते हैं। अक्सर छात्र शिक्षकों के पहनावे और व्यवहार को कॉपी करते हैं। शिक्षकों की ड्रेसिंग, व्यवहार और छवि का उनके मन पर गहरा और सकारात्मक प्रभाव पड़ता है।
आदेशों के अनुसार, हिमाचल प्रदेश के सरकारी स्कूलों में तैनात पुरुष शिक्षक फॉर्मल पैंट और शर्ट पहनेंगे। महिला शिक्षक दुपट्टे के साथ सलवार-कमीज, साड़ी, चूड़ीदार सूट या फॉर्मल वेस्टर्न ड्रेस पहन सकती हैं। महरून या नीले रंग के ब्लेजर, शूज पहन सकती हैं। मौसम की स्थिति के अनुसार भी टीचर्स ड्रेस कोड को फॉलो कर सकते हैं।
शिक्षा मंत्री दादाजी भूसे के संकेतों के बाद अब सभी शिक्षकों को यह सवाल पड़ा है कि इस एकसमान ड्रेस कोड का रंग क्या होगा, कैसा होगा यह ड्रेस कोड। यह तो अब शिक्षा विभाग ही तय करेगा, जो देखना होगा।