
सक्षम की तस्वीर को पल्लू से पोछती आंचल (सोर्स: सोशल मीडिया)
Sakshams Girlfriend Aanchal Emotional Video: नांदेड़ में सक्षम की तस्वीर हाथ में लिए आंचल के गम का पहाड़ हिमालय से भी बड़ा है। सक्षम को रिश्तों पर भरोसा करने की सजा मिली। उसे नहीं मालूम था कि आंचल के पिता के साथ डांस एक खतरनाक साजिश थी।नांदेड़ में आंचल की आंखों में अब बहाने के लिए आंसू भी नहीं बचे हैं और न ही रोने के लिए आवाज बची है। आंचल के सामने गम का ऐसा पहाड़ खड़ा है जिसके सामने हिमालय भी बौना पड़ जाएगा।
अब इस दर्द की एक और तस्वीर सामने आई, जिसे दिखकर शायद आपकी आंखों में भी आंसू आ जाएंगे। सक्षम की तस्वीर को आंचल अपने हाथ से साफ कर रही है, मानो वह उससे कुछ बात करना चाहती हो। वह शायद उससे कहना चाहती है कि जालिम जमाने के कारण भले ही वे एक न हो सके, लेकिन वह उसकी यादों को संजोकर रखेगी।
आंचल की आंखों में दर्द और सवाल साफ दिखते हैं। वह सक्षम की फोटो को पल्लू से साफ करती नजर आई, जैसे उन यादों को छू रही हो जो अब सिर्फ उसके साथ रह गई हैं। परिवार की सख्ती और हिंसा से टूटी उसकी प्रेम कहानी अब यादों का बोझ बन चुकी है।#nanded #maharashtra #anchal pic.twitter.com/kfT9kk16H8 — NavBharat Live (@TheNavbharatliv) December 2, 2025
सक्षम की तस्वीर पर चढ़ी माला को देखकर आंचल के मन की टीस को भला कौन समझ सकता है। पास खड़ी एक महिला से आंचल शायद यही पूछ रही होगी कि मेरा सक्षम ठीक तो होगा न? अपने पल्लू से सक्षम की तस्वीर को साफ करते हुए आंचल दिल से निकलने वाली आह को कौन महसूस करेगा। वह जालिम भाई और बाप जिसने अपनी बहन के प्यार को केवल इसलिए मार दिया कि वह उसकी जाति का नहीं था।
आंचल अपने प्यार की तस्वीर को साफ करते हुए जार-जार रो रही होगी। आज पूरा जमाना जिसे श्रद्धांजलि दे रहा है, आंचल शायद उसके लिए तैयार ही नहीं थी। तभी तो वह तस्वीर को बार-बार साफ कर रही है, शायद इस उम्मीद में कि कोई चमत्कार हो जाए और सक्षम उसके सामने आ जाए।
यह भी पढ़ें:- कल जारी नहीं होगा महाराष्ट्र निकाय चुनाव का रिजल्ट, बॉम्बे हाई कोर्ट की नागपुर खंडपीठ का बड़ा फैसला
हाय रे जालिम जमाना। क्या आज के समय में एक लड़की अपनी पसंद से शादी नहीं कर सकती? क्या उसे प्रेम करने का अधिकार नहीं है? क्या वह अपने भाई-बाप की मर्जी से जीने की आजादी नहीं रखती? आखिर क्यों एक मासूम को जिंदगी भर का दर्द दे दिया गया?। रोती-बिलखती आंचल इस गम को कैसे बर्दाश्त करेगी।
नांदेड़ की आंचल अपने सक्षम से मन ही मन यही पूछ रही होगी कि क्या आज के जमाने में प्यार करना गुनाह है? सक्षम को भी रिश्तों पर भरोसा करने की सजा मिली। उस नादान को क्या मालूम था कि जिस आंचल के पिता के साथ वह डांस कर रहा है, दरअसल वह एक साजिश का हिस्सा है। यह एक ऐसी साजिश थी जिसकी कल्पना आंचल ने भी नहीं की होगी।
आंचल के भाई-बाप ने जो गुनाह किया उसकी सजा तो कानून देगा। लेकिन बेचारी आंचल के बारे में तो किसी ने सोचा ही नहीं। बार-बार अपने आंचल से सक्षम की तस्वीर को पोछती आंचल के दर्द को कौन समझेगा?






