नाना पटोले ने चुनाव फिक्सिंग का लगाया आरोप
नागपुर: महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में फिक्सिंग होने का आरोप कांग्रेस नेता राहुल गांधी लगातार लगा रहे हैं। वहीं कांग्रेस के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष नाना पटोले ने भी चुनाव आयोग व केन्द्र सरकार को इस मामले में कटघरे में खड़ा किया है। नागपुर में आयोजित प्रेस परिषद में उन्होंने सवाल किया कि चुनाव के दौरान मतदान में हुईं भारी गड़बड़ियों की शिकायतों के दौरान ही चुनाव आयोग ने 30 मई को केन्द्र सरकार से नियम-93 में 6 बदलाव करने की विनती की। मोदी सरकार ने केवल 48 घंटों में नियम बदलकर अधिसूचना जारी कर दी।
नाना पटोले ने कहा कि इतनी जल्दबाजी में नियम क्यों बदला गया, इसका जवाब दिया जाना चाहिए। प्रेस परिषद में शहर अध्यक्ष विकास ठाकरे, गिरीश पांडव, उमेश डांगे उपस्थित थे. पटोले ने कहा कि विदर्भ के एक दर्जन उम्मीदवारों ने सीसीटीवी फुटेज, डाटा की जांच के संदर्भ में याचिका दाखिल की। सत्ताधारियों व आयोग की पोल खुलती देख 30 मई को जल्दबाजी में नियम बदल दिया गया। नियम-93 में बदलाव के अनुसार अब चुनाव के बाद 45 दिनों में चुनाव का सभी डाटा डिलिट करने की सुविधा है। इसकी आड़ में सरकार व आयोग को अनेक बातें छिपानी हैं। यह लोकतंत्र की हत्या है। इस संदर्भ में सुप्रीम कोर्ट में याचिका दाखिल की है और जनांदोलन भी खड़ा किया जाएगा।
पूरी दाल ही काली है
देश के सभी चुनाव आयोग को पत्र भेजकर चुनाव के संदर्भ में सूचना का दुरुपयोग करने वाले आम नागरिकों व उम्मीदवारों को वीडियो क्लिप न देने का पत्र भेजे जाने की ओर भी पटोले ने ध्यान आकर्षित किया। उन्होंने कहा कि जल्दबाजी के चलते केन्द्र व चुनाव आयोग की मिलीभगत दिखाई देती है। यह लोकतंत्र के लिए घातक है। पूरी की पूरी दाल ही काली है। हरियाणा चुनाव के बाद कुछ ने वीडियो क्लिप के लिए न्यायालय की दौड़ लगाई थी। कोर्ट ने सीसीटीवी फुटेज देने का निर्देश दिया था। इसीलिए नियम 93 को बदल दिया गया। उन्होंने कहा कि प्रत्येक वर्ष 10 लाख वोटर्स बढ़ने वाले राज्य में इस चुनाव में तीन महीनों में लाखों वोटर्स बढ़ गए। मतदान के समय शाम को वोटिंग के बाद 76 हजार वोट बढ़े। संदेह होने पर आयोग को ध्यान दिलाया गया। आयोग ने आरोप खारिज कर दिया।
चिवड़ा पार्टी अब बिरयानी पर आ गई
पटोले ने कहा कि देश को तीसरी आर्थिक शक्ति बनाने की अपेक्षा भाजपा आर्थिक रूप से अधिक मजबूत हो रही है। चिवड़ा पार्टी अब बिरयानी पार्टी पर आ गई है। चुनाव में बोगसगिरी मतदाताओं की भी समझ में आ गई है। यह अधिक दिनों तक नहीं चलेगी। उन्होंने कहा कि भाजपा की वाशिंग मशीन अब तेजी से काम करने लगी है। सलीम कुत्ता का आदमी बजगूजर भाजपा में क्लीन हो गया है। गृह मंत्री रहते हुए देवेंद्र फडणवीस ने उस पर सदन में आरोप लगाया था और अब वह उनकी पार्टी में है। आतंकवादियों के मित्र अब उनके सहयोगी हो रहे हैं।
अहमदाबाद की घटना, पहलगाम का हमला हुआ, भाजपा ने किसी का इस्तीफा नहीं लिया। यह नैतिकता का ह्रास है। मुबंई विस्फोट हुआ था। तब सीएम विलासराव देशमुख, आर.आर. पाटिल का इस्तीफा लिया गया था। यह भाजपा व कांग्रेस में फर्क है। 11 वर्ष का महोत्सव मनाया जा रहा है। 80 वर्ष टिकने वाला सीमेंट रोड 6 महीने में उखड़ रहा है।
फडणवीस-राज ठाकरे फिक्सिंग
पटोले ने फडणवीस व राज ठाकरे मुलाकात को फिक्सिंग बताते हुए कहा कि हिंदी की सख्ती मुद्दा ही नहीं है। राज्य में अनेक महत्वपूर्ण मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए स्टार होटल में मुलाकात की थी। यह फिक्सिंग थी। दिन भर मीडिया में खबरें चलती रहीं। यह जनता की समस्याओं से ध्यान भटकाने का मामला है। प्रफुल पटेल ने पटोले को चिल्लर कहा था। इस संदर्भ में पटोले ने पलटवार करते हुए कहा कि पटेल जब नागरी उड्डयन मंत्री थे तब कैग की रिपोर्ट ने क्या आरोप लगाये थे, उसकी याद दिलाई।