याज्ञवल्क्य जिचकार की वापसी। (सौजन्यः सोशल मीडिया)
नागपुर: कांग्रेस से निलंबित याज्ञवल्क्य जिचकार की पुन: पार्टी में वापसी हुई है। प्रदेश कांग्रेस कमेटी मुख्यालय तिलक भवन में आयोजित एक कार्यक्रम में प्रदेश प्रभारी रमेश चेन्निथला व प्रदेशाध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल की उपस्थिति में उन्होंने कांग्रेस में वापसी की। उन्होंने कहा कि वे कांग्रेस विचारधारा के हैं और युवा वर्ग में कांग्रेस विचारधारा को विस्तार देने का कार्य कर रहे हैं। पार्टी में युवाओं को अवसर दिया जाता है और इसकी विचारधारा देश को तारने वाली है।
उन्होंने पार्टी में पुन: प्रवेश के लिए आलानेताओं का आभार भी माना। जिचकार की वापसी के बाद अब कांग्रेसी खेमे में अन्य निलंबित पदाधिकारियों व कार्यकर्ताओं की वापसी के कयास भी लग रहे हैं। इस कार्यक्रम में विधानसभा में पक्षनेता विजय वडेट्टीवार, विप में पक्षनेता सतेज उर्फ बंटी पाटिल, माणिकराव ठाकरे, नाना पटोले, सांसद श्यामकुमार बर्वे, नितिन राऊत, अतुल लोंढे सहित अन्य नेता उपस्थित थे।
बताते चलें कि विधानसभा चुनाव में पार्टी से उन्होंने उम्मीदवारी की मांग की थी। वे काटोल विधानसभा सीट से चुनाव लड़ने के इच्छुक थे लेकिन महाविकास आघाड़ी में यह सीट राकां शरद पवार पार्टी के हिस्से गई थी। पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के बेटे सलिल देशमुख को उम्मीदवारी मिली थी। बावजूद इसके याज्ञवल्क्य ने अपना नामांकन दाखिल किया व चुनावी मैदान में उतर गए थे। पार्टी ने उन्हें निलंबित कर दिया था।
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इसी तरह रामटेक विस सीट से बगावत कर चुनाव लड़ने वाले जिलाध्यक्ष राजेन्द्र मूलक को भी पार्टी ने निलंबित कर दिया है। बावजूद इसके कांग्रेस के स्थानीय नेताओं के साथ वे पार्टी के आयोजनों में नजर आते रहे हैं। जिचकार की वापसी के बाद मूलक सहित के सभी ऐसे पदाधिकारियों की वापसी के कयास लग रहे हैं जिन्हें निलंबित कर दिया गया था।
यज्ञवालक्य के साथ उनके पिता का बड़ा नाम जुड़ा हुआ है। श्रीकांत जिचकर भारत के सबसे अधिक शिक्षित नेता माने गए। श्रीकांत जिचकर का जन्म 14 सितंबर 1954 को महाराष्ट्र के काटोल में हुआ था। श्रीकांत जिचकर ने 42 विश्वविद्यालयों में पढ़ाई की थी। श्रीकांत जिचकर 26 साल की उम्र में देश के सबसे कम उम्र के एमएलए बने थे।