विजय वडेट्टीवार और अबू आजमी (सौजन्य-सोशल मीडिया)
नागपुर: औरंगजेब की प्रशंसा करने पर उठे विवाद में महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आजमी चारों ओर से विवादों में घिरे है। उनके बयान के बाद महाराष्ट्र की राजनीति में हड़कंप मच गया और इतना बढ़ गया कि उन्हें महाराष्ट्र विधानसभा के मौजूदा सत्र से निलंबित तक कर दिया गया।
अबू आजमी ने निलंबन वापस लेने के लिए विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र लिखा है। इस पर विजय वडेट्टीवार ने भी अपनी प्रतिक्रिया दी है। कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और विधायक अबू आसिम आज़मी द्वारा राज्य विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को निलंबन रद्द करने के लिए पत्र लिखे जाने पर कहा, “जब स्पीकर प्रस्ताव लाएंगे तो हम अपना पक्ष रखेंगे। हमने उनका भाषण सुना। उन्हें औरंगज़ेब की प्रशंसा नहीं करनी चाहिए थी।”
विजय वडेट्टीवार ने उनके पक्ष में बोलते हुए कहा, “उन्होंने गलत किया, लेकिन उन्होंने छत्रपति शिवाजी महाराज के बारे में कुछ नहीं कहा। ऐसा नहीं है कि मैं उनका समर्थन करता हूं। अगर स्पीकर इस संबंध में प्रस्ताव लाते हैं, तो हम इस पर चर्चा करेंगे।”
#WATCH | Nagpur: On Maharashtra Samajwadi Party president and MLA Abu Asim Azmi writing a letter to state Assembly Speaker Rahul Narvekar to revoke his suspension, Congress leader Vijay Wadettiwar says, "We will put forward our side when the speaker brings the motion. We heard… pic.twitter.com/YcxC6lA1P6 — ANI (@ANI) March 8, 2025
अपने निलंबन से चिंतित अबू आजमी ने निलंबन रद्द कराने के खिलाफ कोर्ट तक जाने की बात कह दी थी। लेकिन कोर्ट में जाने से पहले अब वे दूसरा तरीका अपना रहे है। महाराष्ट्र सपा अध्यक्ष अबू आजमी ने अब विधानसभा स्पीकर राहुल नार्वेकर को एक पत्र लिखा है, जिसमें उन्होंने अपना निलंबन रद्द करने की मांग की है।
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अबू आजमी महाराष्ट्र समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आज़मी ने महाराष्ट्र विधानसभा अध्यक्ष राहुल नार्वेकर को पत्र लिखकर अपना निलंबन रद्द करने की मांग की है। उन्होंने लिखा, “मेरे बयान को गलत संदर्भ में लिया गया। मैंने जो कुछ भी कहा, वह वास्तव में कई अन्य इतिहासकारों और लेखकों के उद्धरणों पर आधारित था। मैंने छत्रपति संभाजी महाराज के बारे में कोई विवादास्पद टिप्पणी नहीं की। मैं छत्रपति संभाजी महाराज और छत्रपति शिवाजी महाराज दोनों का सम्मान करता हूं। मैं सम्मानपूर्वक अपने निलंबन को रद्द करने का अनुरोध करता हूं।”