बारिश का अलर्ट (सौजन्य-IANS)
Nagpur Weather Update: मौसम विभाग ने गुरुवार के लिए येलो अलर्ट जारी किया था। विभाग के अनुमान पर खरा उतरते हुए सुबह से शाम तक बादल रुक-रुक कर बरसते रहे। कुछ इलाकों में झमाझम तो कई इलाकों में हल्की बारिश हुई। मौसम विभाग ने सुबह 8.30 बजे 3.9 मिमी और शाम 5.30 बजे तक 11.0 मिमी ऐसी कुल 14.9 मिमी बारिश दर्ज की।
बदराये मौसम के साथ बारिश होने से शाम के वक्त उमस से कुछ हद तक राहत मिली। वहीं तापमान भी गिरकर 31 डिग्री पर आ गया है। गुरुवार को तड़के सुबह बारिश होने के बाद बादल थमे रहे। दोपहर को कुछ देर के लिए हल्की धूप खिली। शाम होने तक घने काले बादलों के साथ बारिश हुई।
देर रात को कुछ इलाकों में बूंदाबांदी हुई। मौसम विभाग ने गुरुवार को सिटी का अधिकतम तापमान 31.3 डिसे दर्ज किया। यह औसत से 2 डिग्री कम रहा। बुधवार की तुलना में 2.9 डिसे की कमी आई। न्यूनतम तापमान 25.4 डिसे रहा। बीते 24 घंटों में 0.6 डिग्री की बढ़ोतरी दर्ज की गई।
भारतीय मौसम विभाग ने भंडारा जिले के लिए 25 से 29 सितंबर तक यलो अलर्ट जारी किया है। इस दौरान गरज-चमक के साथ बारिश की संभावना जताई गई है। कहीं जोरदार तो कहीं हल्की बारिश हो सकती है। मौसम विभाग की इस चेतावनी से जिले के किसानों की चिंता बढ़ गई है। खेतों में खड़ी फसल के खराब होने का डर उन्हें सता रहा है। इन दिनों जिले में हल्के धान की फसल लगभग पककर तैयार है।
कई किसानों ने धान की कटाई की तैयारी शुरू कर दी है। साफ और शुष्क मौसम की उम्मीद में किसान धान काटने का इंतजार कर रहे थे। मगर बारिश की संभावना ने उनकी योजनाओं पर पानी फेर दिया है। यदि कटाई से पहले ही जोरदार बारिश हो गई, तो खेतों में खड़ी फसल जमीन पर गिर सकती है और पूरी मेहनत बेकार हो जाएगी। ज्ञात हो कि तुमसर कृषि उत्पन्न बाजार समिति ने हाल ही में कुछ किसानों से नई उपज का धान खरीदा है।
अगर बारिश का दौर तेज हुआ, तो खेतों में खड़ी धान की फसल मुश्किलों में फंस जाएगी। जिससे धान की गुणवत्ता और बाजार भाव दोनों पर विपरीत असर पड़ना तय है। किसानों का कहना है कि पिछले दो-तीन वर्षों से जलवायु परिवर्तन के कारण मौसम का मिजाज पूरी तरह बदल गया है।
कभी सूखा तो कभी बेमौसम बारिश किसानों की सबसे बड़ी समस्या बन गई है। इस बार भी जब धान की फसल पककर तैयार खड़ी है, तभी जोरदार बारिश की आशंका किसानों को परेशान कर रही है। मौसम विभाग की ओर से जारी अलर्ट के अनुसार 25 से 29 सितंबर के बीच बिजली कड़कने और गरजने के साथ तेज हवाओं की संभावना भी है।
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मौसम विभाग का कहना है कि बारिश शुरू होने के बावजूद तापमान में बहुत बड़ा परिवर्तन नहीं होगा। केवल 2 से 4 डिग्री सेल्सियस की गिरावट दर्ज की जा सकती है। इससे वातावरण में नमी बनी रहेगी, और बारिश का प्रभाव और बढ़ सकता है। कुल मिलाकर, यलो अलर्ट ने किसानों की चिंता बढ़ा दी है। खेतों में खड़ी फसल की सुरक्षा के लिए किसान अब आसमान की ओर टकटकी लगाए बैठे हैं। मौसम साफ रहे तो वे चैन की सांस ले सकेंगे, लेकिन अगर तेज बारिश हुई तो उनकी मेहनत और सालभर की कमाई पर संकट आना तय है।