
शरद पवार के साथ सलिल देशमुख (सोर्स: सोशल मीडिया)
Salil Deshmukh Statement: पूर्व गृह मंत्री अनिल देशमुख के पुत्र, पूर्व जिप सदस्य व राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (शरदचंद्र पवार) के युवा नेता सलिल देशमुख द्वारा ऐन निकाय चुनाव के दौरान ही पार्टी की सदस्यता से इस्तीफा दिए जाने से जिले में हड़कंप मचा हुआ है।
इस दौरान यह भी अटकलें तेज हो गई हैं कि पार्टी ने उनका इस्तीफा नामंजूर कर दिया है। इस संदर्भ में सलिल ने बताया कि वे अपने इस्तीफे के निर्णय पर अभी भी अटल हैं। मेरी चर्चा हुई है।
नागपुर जिले में पार्टी उम्मीदवारों के लिए प्रचार करने के संदर्भ में उन्होंने कहा कि जितना मुझसे संभव हो पाएगा, मैं प्रचार करने का प्रयास करूंगा लेकिन साथ ही उन्होंने इस पर खास जोर दिया कि ‘उचित उम्मीदवार’ का ही प्रचार करूंगा। अब उनकी नजर में पार्टी के उचित उम्मीदवार कौन हैं और कौन नहीं, यह देखने वाली बात होगी।
यह चर्चा जोरों पर है कि उनकी नाराजगी उनके पिता द्वारा एक उम्मीदवार के चयन पर उसके समर्थन को लेकर बढ़ी है। विधानसभा चुनाव में जो उनके खिलाफ खड़ा हुआ था उसकी पत्नी को नगराध्यक्ष पद की टिकट दी गई और पूर्व गृह मंत्री ने उसे समर्थन दिया है।
राजनीतिक महकमे में चर्चा है कि इसी को लेकर सलिल देशमुख नाराज चल रहे हैं और उन्होंने निकाय चुनाव से दूर रहने का निर्णय लिया होगा। उन्होंने अपना स्वास्थ्य का कारण देते हुए आगामी 6 महीने पार्टी के लिए किसी तरह का कार्य करने में असमर्थता जताई और इस्तीफा प्रदेशाध्यक्ष को भेज दिया था।
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शरद पवार की बेटी व सांसद सुप्रिया सुले ने नागपुर में यह विश्वास जताया कि सलिल जल्द ही चुनाव प्रचार में नजर आएंगे। उसके बाद से सलिल के इस्तीफा नामंजूर होने की अटकलें चल रही हैं। हालांकि इस पर अब तक पार्टी की ओर से कोई अधिकृत जानकारी नहीं आई है। अब उनके ‘उचित उम्मीदवार’ के ही चुनाव प्रचार के निर्णय को सुले से चर्चा के संदर्भ में देखा जा रहा है।
आश्चर्य की बात तो यह है कि पार्टी के जिलाध्यक्ष प्रवीण कुंटे को सलिल के इस्तीफे की जानकारी तक नहीं है। उन्होंने बताया कि उनका इस्तीफा मेरे पास नहीं आया था। उन्होंने मुंबई भेजा होगा तो पार्टी नेतृत्व ने क्या निर्णय लिया इसकी जानकारी मुझे नहीं है।






