मदर स्टेशन का उद्घाटन (सौजन्य-नवभारत)
Nitin Gadkari Nagpur News: केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि भारत अब पेट्रोल और डीजल आधारित परिवहन व्यवस्था से बाहर निकलने की दिशा में तेजी से बढ़ रहा है। देश को न सिर्फ आयातित ईंधन पर निर्भरता कम करनी है बल्कि स्वच्छ, सस्ता और टिकाऊ विकल्प अपनाना अब मजबूरी बन चुका है। सरकार फ्लेक्स इंजन टेक्नोलॉजी को बड़े स्तर पर बढ़ावा दे रही है।
ऐसे इंजन इथेनॉल, सीएनजी, बायो-फ्यूल और पेट्रोल के मिश्रण पर काम कर सकते हैं। इससे किसानों को भी सीधा लाभ मिलेगा क्योंकि इथेनॉल उत्पादन से कृषि आधारित अर्थव्यवस्था को मजबूती मिलेगी और ईंधन आयात पर खर्च घटेगा। वे बतौर मुख्य अतिथि बूटीबोरी, कान्होलीबारा में हरियाणा सिटी गैस (एचसीजी) के सीजीएस कम मदर स्टेशन के उद्घाटन समारोह में संबोधित कर रहे थे।
जहां एचसीजी का टारगेट 8 वर्षों में पाइप्ड नेचुरल गैस (पीएनजी) के नेटवर्क को पूरे नागपुर जिले में फैलाने का है। वहीं गडकरी ने कंपनी को इसे 2 वर्ष में पूरा करने के लिए कहा है। इससे जहां उद्योगों को 24 घंटे नेचुरल गैस की आपूर्ति होगी वहीं नागपुर सिलेंडर मुक्त हो जाएगा। इसके लिए सारी मंजूरियां जल्द मिलेंगी। इस अवसर पर पीएनजी रेगुलटरी बोर्ड के सचिव अंजन कुमार मिश्रा, एचसीजी ग्रुप के एमडी राहुल चोपड़ा प्रमुखता से उपस्थित थे।
गडकरी ने कहा हमारा देश एनर्जी को 87 प्रतिशत तक इंपोर्ट करता है। इसकी कीमत 23 लाख करोड़ रुपये से ज्यादा है। इस कारण इकोनॉमिक परेशानी ही नहीं, एयर पॉल्यूशन की भी समस्या है इसलिए इसके विकल्प ढूंढने की सरकार ने प्लानिंग की है। इससे उपभोक्ता का भी फायदा है। अब ट्रैक्टर कंपनियां फ्लेक्स इंजन तकनीक पर तेजी से काम कर रही हैं।
उन्होंने कहा कि 100 प्रतिशत इथेनॉल और सीएनजी से चलने वाले फ्लेक्स इंजन ट्रैक्टर अब तैयार हो चुके हैं। इससे न केवल किसानों को सस्ता ईंधन मिलेगा बल्कि प्रदूषण भी कम होगा। केंद्रीय मंत्री ने यह भी जानकारी दी कि सरकार वैकल्पिक ईंधन को बढ़ावा देने के लिए आर्थिक सहायता दे रही है।
आने वाले समय में जो लोग कंस्ट्रक्शन इक्यूपमेंट के लिए फाइनेंस कराएंगे और अल्टरनेटिव फ्यूल या बायो फ्यूल से चलने वाले उपकरण चुनेंगे, उन्हें 5 प्रतिशत सब्सिडी दी जाएगी। इसका उद्देश्य इन नई तकनीकों को तेजी से अपनाने के लिए प्रोत्साहित करना है।
एचसीजी के चेयरमैन कपिल चोपड़ा व प्रेसिडेंट (ऑपरेशंस) दीपक सावंत के अनुसार जिले में गाड़ियों, इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट्स और घरेलू इस्तेमाल के लिए पीएनजी देने की जवाबदारी हमारी है। यह पूरा प्रोजेक्ट 8 साल का है। इसके हिसाब से यह काम अलग-अलग चरणों में पूरा किया जाएगा। पहले चरण के तहत जिले में 27 सीएनजी स्टेशन चालू हो गए हैं।
इसके जरिए चारपहियों वाली गाड़ियों को सीएनजी सप्लाई की जा रही है। हमारा लक्ष्य एक वर्ष में इस संख्या को 50 बढ़ाना है। हमने 8 वर्ष में 500 स्टेशन शुरू करने का लक्ष्य रखा है। हम इस बात पर जोर दे रहे हैं कि इंडस्ट्रियल प्रोजेक्ट्स में नेचुरल गैस का इस्तेमाल हो। इसके हिसाब से बूटीबोरी इंडस्ट्रियल एरिया में 4 कंपनियों को नेचुरल गैस सप्लाई करने के लिए जरूरी कनेक्टिविटी बना दी गई है। उन्हें जल्द ही सप्लाई शुरू हो जाएगी।
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इसके अलावा 27 और कंपनियों के प्रपोजल पर काम चल रहा है। वहीं मौदा में हल्दीराम और हिंडाल्को भी पाइप लाइन में है। मिहान और चिंचभवन इलाकों में इंडस्ट्रीज, हॉस्पिटल, रेस्टोरेंट और घरेलू कंज्यूमर्स को सुरक्षित और पर्यावरण के अनुकूल नेचुरल गैस सप्लाई मिलेगी। जिले में इंडस्ट्रीज को 24 घंटे पाइप्ड नेचुरल गैस सप्लाई की जाएगी। कान्होलीबारा स्टार्टिंग पॉइंट है यहां से सभी जगह पीएनजी की आपूर्ति होगी।
रहवासी क्षेत्र में अभी बूटीबोरी के पास सिडको कॉलोनी व जामठा की नई टाउनशिप में काम शुरू है। इसके अलावा अगले वर्ष तक वाड़ी, अंबाझरी, बेसा, मानेवाड़ा व इसके आसपास के क्षेत्र तक पीएनजी की सुविधा पहुंच जाएगी। सीएनजी गैस एलपीजी से काफी सुरक्षित है और हवा से भी हल्की है। वहीं इसका खर्च भी कम है।
पूरी तरह से जब यह सप्लाई होगी तो इसकी प्रति दिन की क्षमता 10 लाख क्यूबिक मीटर है वहीं अभी 40,000 क्यूबिक मीटर है। इस समय सीएनजी कारों की संख्या लगातार बढ़ रही है। ऐसे में नागपुर के लोगों को भविष्य में सीएनजी की कोई कमी न हो, इसके मकसद से जिले में 500 सीएनजी स्टेशन बनाए जाएंगे।