नागपुर के हंसपुरी, चिटनीस पार्क, अग्रसेन चौक, शिर्के गली, भालदारपुरा, सेंट्रल एवेन्यू, मोमिनपुरा और शिवाजी पुतला इलाकों में सोमवार रात दो समूहों के बीच अचानक तनाव पैदा हो गया। कई वाहन जलकर राख हो गए और कई सार्वजनिक संपत्तियों को भी नुकसान पहुंचा।
सड़क टूटी हुई गाड़ियों की खिड़कियों के मलबे से ढकी हुई थी। वाहनों के टायरों के टुकड़े सड़क पर बिखर गए। इस सामाजिक बुराई के कारण क्षेत्र में सड़कों पर कांच, पत्थर और अन्य वस्तुएं बिखर गईं। इससे यातायात जाम हो गया।
सोमवार 17 मार्च की रात शहर के महल क्षेत्र में हुई अचानक घटना के बाद आज सुबह पालकमंत्री चंद्रशेखर बावनकुले ने नागपुर में पुलिस आयुक्त कार्यालय में वरिष्ठ अधिकारियों से मुलाकात की और स्थिति की समीक्षा की। इस समीक्षा बैठक में पुलिस आयुक्त डॉ. रविन्द्र कुमार सिंघल, नगर आयुक्त डॉ. अभिजीत चौधरी, जिला कलेक्टर डॉ. विपिन इटनकर और वरिष्ठ अधिकारी उपस्थित थे।
मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस और केंद्रीय सड़क परिवहन एवं राजमार्ग मंत्री नितिन गडकरी ने लोगों से शांति बनाए रखने की अपील की है। मुख्यमंत्री देवेंद्र फडणवीस इस घटना पर कड़ी नजर रखे हुए हैं। उन्होंने कहा कि उन्होंने घायल पुलिस अधिकारियों, कर्मचारियों और नागरिकों के परिजनों से पूछताछ की है। उन्होंने यह भी कहा कि राज्य सरकार इस बात का ध्यान रख रही है कि नागपुर सहित राज्य में कहीं और ऐसी घटनाएं न घटें।
सोमवार की रात मध्य नागपुर में कुछ उपद्रवियों द्वारा की गई आगजनी और तोड़फोड़ के बाद, नागपुर नगर निगम के ठोस अपशिष्ट प्रबंधन विभाग के कर्मचारियों ने उस रात ड्यूटी पर रहते हुए क्षेत्र की सफाई करके तत्परता का उदाहरण पेश किया।
पुलिस पूरी तरह से एक्शन मोड में है और हिंसक घटना में करीब 34 पुलिस अधिकारी और जवान घायल हुए हैं, तथा 5 नागरिक घायल हुए हैं, जिनमें से तीन को छुट्टी दे दी गई है। घटनास्थल पर 55 वाहन जला दिए गए। दरअसल, उन्होंने इस तथ्य की समीक्षा की कि सोशल मीडिया पर झूठी खबरें फैलाई जा रही हैं, जिससे समाज में नफरत पैदा हो रही है।
उन्होंने कहा कि सीसीटीवी कैमरे में जो कुछ भी कैद हुआ है उसकी जांच की जाएगी और सभी से सतर्क रहने का आग्रह किया ताकि किसी भी परिस्थिति में नागपुर की शांति भंग न हो। इस घटना में जिन लोगों को नुकसान हुआ है उनके लिए तत्काल जांच शुरू कर दी गई है।
नागपुर शहर में धारा 163 लागू की गई है। लेकिन अगर उसका उल्लंघन करके कोई भी शहर के सार्वजनिक स्थान पर इकट्ठा होते हैं या फिर धरना प्रदर्शन करते हैं तो जिला मजिस्ट्रेट तुरंत उन पर एक्शन ले सकते हैं। उन्हें इस धारा के तहत कार्रवाई करने की पूरी शक्ति प्रदान की गई है।
पुलिस ने आज यानी मंगलवार को एक विज्ञप्ति में बताया कि कोतवाली, गणेशपेठ, तहसील, लकडगंज, पाचपावली, शांति नगर, सक्करदरा, नंदनवन, इमामवाडा, यशोधरा नगर और कपिल नगर पुलिस थाना क्षेत्र में आने वाले इलाकों में कर्फ्यू लगाया गया है। इसमें कहा गया कि कर्फ्यू के दौरान संबंधित क्षेत्र के पुलिस उपायुक्त आवश्यकतानुसार वाहनों की आवाजाही पर फैसला लेंगे।