नागपुर हिंसा पर बोले रमेश चेन्निथला: कांग्रेस कमेटी के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि कांग्रेस ने जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव को रोकने के लिए सद्भावना यात्रा का आयोजन किया है और ऐसी सद्भावना यात्राएं पूरे राज्य में आयोजित की जानी चाहिए। भाजपा जाति और धर्म के नाम पर भेदभाव कर रही है। नागपुर में भड़की हिंसा के लिए कौन जिम्मेदार है, जबकि सभी जाति और धर्म के लोग मिलजुलकर रहते हैं?
खुफिया विभाग की विफलता पर सरकार की चुप्पी: मुख्यमंत्री और गृहमंत्री नागपुर से हैं, फिर भी उन्हें इस घटना की जानकारी क्यों नहीं दी गई? क्या खुफिया विभाग ने उन्हें घटना से पहले सूचना दी थी और सूचना मिलने के बाद उन्होंने क्या किया? और अगर दंगे का कोई संकेत नहीं मिले तो खुफिया विभाग की विफलता है। सरकार से अपेक्षा है कि वह घटना की निष्पक्ष जांच करेगी और दोषियों को दंडित करेगी। लेकिन, ऐसा प्रतीत होता है कि सरकार दंगाइयों की मदद कर रही है। सुप्रीम कोर्ट द्वारा प्रतिबंध लगाए जाने के बाद भी आरोपी के घर पर बुलडोजर कैसे चलाया गया? यह प्रश्न भी रमेश चेन्निथला ने सरकार से किया।
बुधवार को नागपुर में सद्भावना शांति यात्रा के समापन पर रजवाड़ा पैलेस में आयोजित कार्यक्रम में चेन्निथला बोल रहे थे। मंच पर प्रदेश कांग्रेस अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल, अ. भा. कांग्रेस कमेटी सचिव कुणाल चौधरी, कांग्रेस नेता विजय वडेट्टीवार, सांसद श्यामकुमार बर्वे, सांसद प्रतिभा धानोरकर, शहर कांग्रेस कमेटी अध्यक्ष विधायक विकास ठाकरे, विधायक डा. नितीन राऊत, विधायक अभिजीत वंजारी, पूर्व मंत्री सुनील केदार, पूर्व मंत्री अनीस अहमद, पूर्व मंत्री माणिकराव ठाकरे, अतुल लोंढे, पूर्व विधायक अशोक धवड आदि उपस्थित थे।
आगे बात करते हुए चेन्निथला ने कहा कि कांग्रेस चाहती है कि सद्भावना बनी रहे। हमारी सद्भावना यात्रा का विरोध किया गया। भाजपा धर्म के नाम पर लोगों को बांट रही है। तनाव निर्माण कर रही है। नागपुर ऐतिहासिक जगह है और यहां सब मिलकर रहते हैं। शांति व एकता के लिए अब पूरे देश भर में सद्भावना यात्रा निकाली जाएगी।
यहां हिंसा महाराष्ट्र लुटने के लिए: हर्षवर्धन सपकाल प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष हर्षवर्धन सपकाल ने कहा कि नागपुर हिंसा का प्रायोजक कौन है, यह तुम्हें पता है। नाम बताने की जरूरत नहीं है। हमें एक होने की जरूरत है। गुजरात में इस तरह का खेल हो चुका है। अब यहां हिंसा महाराष्ट्र लुटने के लिए है। मुंबई, धारावी अदाणी को दे रहे हैं। शांतिप्रिय नागपुर की शांति भंग करने का काम किया जा रहा है। देश की एकता और अखंडता के लिए कांग्रेस हमेशा लड़ी है। शिव, शाहू, फुले का विचार लेकर आगे बढ़ना है। मुहब्बत की दुकान खोलकर सद्भावना फैलाना है। जिन लोगों ने अंगरेजों की मदद की, उनकी भी कब्र तोड़ने का काम करना चाहिए। सद्भावना को चोट पहुंची है। जब तक सद्भावना नहीं बढ़ेगी, तब तक समस्या दूर नहीं होगी।
ED दफ्तर के बाहर कांग्रेस का प्रदर्शन: अ. भा. कांग्रेस कमेटी के महाराष्ट्र प्रभारी रमेश चेन्निथला ने कहा कि भाजपा झूठे केस लगाकर कांग्रेस को खत्म करना चाहती है। हमारे नेता सोनिया गांधी और राहुल गांधी का नाम चार्जशीट में डालकर उन्हें फंसाने की कोशिश की जा रही है। कांग्रेस इसका डटकर मुकाबला करेगी। भाजपा का विरोध करने वालों के खिलाफ ईडी, सीबीआई लगा दी जाती है। हम मिलकर भाजपा के खिलाफ लड़ेंगे। गुरुवार को कांग्रेस पार्टी प्रवर्तन निदेशालय (ईडी) दफ्तर के बाहर प्रदर्शन करेगी।
गांधी गेट से निकली शांति रैली: बुधवार को कांग्रेस की सद्भावना शांति यात्रा गांधी गेट महल से छत्रपति शिवाजी महाराज की प्रतिमा पर माल्यार्पण कर निकाली गई। रैली यहां से नरसिंग टाकीज, कोतवाली चौक, बड़कस चौक, चिटनीस पार्क चौक, गंजीपेठ गांधी पुतला होते हुए रजवाड़ा पैलेस पहुंची। जिसमें बड़ी संख्या में कांग्रेस कार्यकर्ताओं, पदाधिकारियों और आम लोगों ने भाग लिया। शहर कांग्रेस अध्यक्ष विकास ठाकरे ने कहा कि राष्ट्रपिता महात्मा गांधी की शांति, समता, बंधुभाव व मानवता के विचारों व संदेश को लोगों तक पहुंचाने के लिए इस यात्रा का आयोजन किया गया।
पटोले की अनुपस्थिति से चर्चा: कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से नाना पटोले सार्वजनिक कार्यक्रमों में कम दिखाई दे रहे हैं। कांग्रेस की रैली में सभी बड़े नेता मौजूद रहे, लेकिन पूर्व अध्यक्ष नाना पटोले की अनुपस्थिति से कई सवाल खड़े हो गए हैं। दो महीने पहले कांग्रेस ने नाना पटोले को उनके पद से हटा दिया था। पार्टी ने पूर्व विधायक हर्षवर्धन सपकाल को अगला राज्य प्रमुख घोषित किया। अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से पटोले किसी भी सार्वजनिक कार्यक्रम में कम शामिल हो रहे हैं। सूत्रों से मिली जानकारी के अनुसार, अध्यक्ष पद से हटाए जाने के बाद से नाराज चल रहे हैं। सूत्रों के अनुसार, नाना पर पार्टी को कमजोर बनाने का आरोप अंदरूनी खेमें से लग रहा है।