भिखारियों पर एक्शन शुरू (सौजन्य-नवभारत)
Nagpur News: मंडल रेल प्रबंधक विनायक गर्ग के मार्गदर्शन तथा वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त मनोज कुमार के सख्त निर्देशों के तहत भिखारी उन्मूलन अभियान चलाया जा रहा है। उल्लेखनीय है कि स्टेशन पर तैनात सुरक्षा बलों की नरमी के चलते भिखारियों की संख्या परिसर में बढ़ती जा रही है। इनकी संख्या और रहन-सहन यात्रियों की सुविधा और सुरक्षा पर सवाल खड़े कर रहा है।
अभियान के दौरान आरपीएफ नागपुर के आईपीएफ सत्येन्द्र यादव, एसआई सूर्यवंशी व आरपीएफ के सुरक्षा कर्मियों, वाणिज्य विभाग के अधिकारी, वाणिज्य निरीक्षक, टिकट चेकिंग स्टाफ आदि ने देर रात स्टेशन पर गश्त शुरू की। इस दौरान प्लेटफॉर्म, फुट ओवर ब्रिज, टिकट बुकिंग क्षेत्र, प्रतीक्षालय और सर्कुलेटिंग एरिया का निरीक्षण किया गया। इस दौरान करीब 45 भिखारियों और कचरा चुनने वालों को स्टेशन परिसर से बाहर किया गया।
बताया गया कि आरपीएफ की कड़ी निगरानी में स्टेशन परिसर के प्रत्येक प्लेटफॉर्म और प्रवेश द्वार पर सतर्कता बढ़ा दी गई है। आरपीएफ कर्मियों को निर्देश दिए गए हैं कि कोई भी व्यक्ति बिना टिकट, संदिग्ध गतिविधियों या अनुचित व्यवहार के साथ स्टेशन परिसर में न रुके। वरिष्ठ मंडल सुरक्षा आयुक्त मनोज कुमार ने स्पष्ट निर्देश दिए हैं कि यात्रियों की सुरक्षा से समझौता कतई स्वीकार्य नहीं होगा और असामाजिक तत्वों के विरुद्ध जीरो टालरेंस की नीति अपनाई जाए।
मध्य रेल, नागपुर मंडल ने यात्रियों से भी अपील की है कि वे स्टेशन परिसर में किसी को भीख न दें और यदि किसी असामाजिक गतिविधि का संदेह हो तो तुरंत रेलवे सुरक्षा बल या हेल्पलाइन नंबर पर सूचना दें। रेलवे प्रशासन का कहना है कि भिखारियों और कचरा चुनने वालों की मौजूदगी न केवल यात्रियों के लिए असुविधा का कारण बनती है बल्कि कई बार यह सुरक्षा के लिए भी खतरा पैदा करती है। कुछ मामलों में यात्रियों के साथ झगड़ा या चोरी जैसी घटनाएं भी सामने आई हैं।
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ऐसा नहीं है कि इससे पहले स्टेशन पर भिखारियों के खिलाफ एक्शन न लिया गया हो लेकिन सारी कार्रवाइयां ढाक के तीन पात ही साबित हुईं। मंडल प्रबंधन की ओर से दी गई जानकारी के अनुसार मंडल रेल प्रबंधक विनायक गर्ग के मार्गदर्शन में यह अभियान चलाया गया।
ऐसे में स्टेशन प्रबंधन द्वारा भिखारियों की उपस्थिति पर लापरवाही बरतना डीआरएम गर्ग के निर्देशों का उल्लंघन माना जायेगा। स्टेशन पर तैनात आरपीएफ अधिकारियों और सुरक्षा कर्मियों द्वारा भिखारियों और असामाजिक तत्वों के प्रति नजरअंदाजी भी यात्री सुरक्षा के प्रति लापरवाही साबित करेगी।