डीसीपी अर्चित चांडक (सोर्स-सोशल मीडिया)
नागपुर: बुलेट गाड़ी पर ज्यादा आवाज वाले साइलेंसर लगाकर शहर में ‘पटाखेबाजी’ कर रहे युवकों की गैंग को ट्रैफिक पुलिस ने 80,000 रुपये का फटका लगा दिया। पिछले कई दिनों से यह गैंग शहर में उत्पात मचा रही थी। सोशल मीडिया के जरिए डीसीपी ट्रैफिक अर्चित चांडक को इसकी शिकायत मिली। उन्होंने विभाग को सख्त कार्रवाई के आदेश दिए जिसके बाद इन ‘पटाखेबाजों’ को ढूंढ-ढूंढ कर निकाला गया।
डीसीपी चांडक ने बताया कि युवकों का यह समूह रोजाना बुलेट बाइक पर सवार होकर सड़कों पर निकलता था। उनकी बाइक पर मॉडीफाइड साइलेंसर लगे हुए थे जिससे न सिर्फ भयानक आवाज होती थी बल्कि पटाखे भी फोड़े जाते थे। शहरभर में इन युवकों ने उत्पात मचा रखा था। इंस्टाग्राम पर पुलिस को इसकी शिकायत मिली। पहले एमआईडीसी जोन को कार्रवाई के निर्देश दिए गए। बाद में पता चला कि युवक अलग-अलग इलाकों के हैं लेकिन समूह बनाकर यह काम करते थे, इसलिए अन्य जोन को भी सक्रिय किया गया।
यह भी पढ़ें:- महाराष्ट्र के मंत्री छगन भुजबल की तबीयत बिगड़ी, बॉम्बे अस्पताल में भर्ती
डीसीपी ने बताया कि वीडियो में गाड़ी की नंबर प्लेट दिखाई नहीं दे रही थी। एक युवक के पकड़े जाने पर उसका सोशल मीडिया अकाउंट खंगाला गया। युवकों ने इंस्टा पर अपना अकाउंट बना रखा था जिसमें इसी तरह के 50 से 60 वीडियो दिखाई दिए। पुलिस ने एक-एक युवक की पहचान कर 15 बुलेट बाइक जब्त कीं। सभी पर मॉडीफाइड साइलेंसर लगाए गए थे। एक भी युवक वीडियो में हेलमेट पहने दिखाई नहीं दिया उस पर रैश ड्राइविंग भी की जा रही थी, इसलिए मोटर व्हीकल एक्ट की विविध धाराओं के तहत चालान कार्रवाई की गई।
सभी गाड़ियों से मॉडीफाइड साइलेंसर निकालने के बाद ही वाहन छोड़े गए। करीब 80,000 रुपये के चालान वसूले गए हैं। युवाओं से अपील है कि इस तरह की गतिविधियों से दूर रहें। साइलेंसर और पटाखों की आवाज से वरिष्ठ नागरिकों और छोटे बच्चों को दिक्कत होती है। अपनी मौजमस्ती के लिए अन्य को परेशान न करें। पुलिस मॉडीफाइड साइलेंसर के खिलाफ विशेष अभियान चला रही है जिसमें बाइक जब्त होने के साथ-साथ चालान की कार्रवाई भी होगी।
यह भी पढ़ें:- महाराष्ट्र के रायगढ़ में झरने में डूबने से 22 वर्षीय महिला की मौत, परिवार के साथ गई थी घूमने