अदिति तटकरे (सौजन्य-एक्स)
Nagpur News: कोविड काल के दौरान वैश्विक महामारी कोरोना से जिन बच्चों के माता-पिता दोनों की मौत हो गई हो, ऐसे अनाथ बच्चों तथा विधवा महिलाओं को सरकारी योजनाओं का लाभदिलाने के लिए राज्य सरकार ने ‘मिशन वात्सल्य योजना’ योजना शुरू की थी लेकिन अब योजना का दायरा बढ़ाने का निर्णय लिया है।
महिला एवं बाल विकास मंत्री अदिति तटकरे ने शुक्रवार को कहा कि ‘सरकार आपके द्वार’ की अवधारणा के अनुरूप योजना का दायरा बढ़ाकर, राज्य की सभी विधवा, एकल और परित्यक्त महिलाओं को इस योजना का लाभ प्रदान किया जाएगा। इसके लिए आवश्यक प्रमाण पत्र प्रदान करके ‘मिशन वात्सल्य’ को सफलतापूर्वक कार्यान्वित किया जाएगा।
मंत्री अदिति तटकरे ने कहा कि कोरोना काल में शुरू की गई ‘मिशन वात्सल्य योजना’ के क्रियान्वयन हेतु तहसीलदार की अध्यक्षता में तालुका स्तर पर एक समिति का गठन किया गया था। अनाथ बच्चों, विधवाओं और एकल महिलाओं को उन पर लागू योजनाओं का लाभप्रदान किया गया।
उन्होंने आगे कहा कि इस योजना के तहत जिन अनाथ बच्चों के माता पिता की मृत्यु हो गई है, उन्हें शिविरों के माध्यम से सरकारी सहायता, मृत्यु प्रमाणपत्र, आय प्रमाणपत्र, जाति प्रमाणपत्र, विधवा पेंशन, राशन कार्ड, आश्रय और अन्य सामाजिक सुरक्षा योजनाओं के लाभ और आवश्यक दस्तावेज प्रदान किए जा रहे हैं।
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लेकिन अब सभी विधवा महिलाओं को इस योजना में शामिल किया गया है और जिला स्तर पर विभिन्न शिविरों और सभाओं का आयोजन करके समिति के माध्यम से महिलाओं की सामाजिक और आर्थिक सुरक्षा के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ दिलाया जाएगा। इससे राज्य की सभी एकल महिलाओं को राहत मिलेगी।